भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम जानते हैं कि सौरव फिलहाल आराम कर रहे हैं. अगर वह कार्यक्रम में आने की सोचते हैं और उनका स्वास्थ्य तथा मौसम अनुकूल रहता है .
तो उनका बहुत स्वागत है. अगर वह आते हैं तो हमें लगता है कि उन्हें यह पसंद आयेगा. वहां मौजूद लोगों को भी अच्छा लगेगा. लेकिन इस बारे में (कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में) हम नहीं जानते. यह फैसला उन्हें करना है.’
हालांकि इस मुद्दे पर बीसीसीआई प्रमुख की ओर से कोई बयान नहीं आया है. ऐसी अटकलें हैं कि वह राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में शामिल होंगे.
गांगुली (48) को 31 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी मिली थी. इससे पहले ह्रदय तक जाने वाली धमनियों में अवरोध को दूर करने के लिए उनकी एक और एंजीयोप्लास्टी की गयी थी. सर्जरी के दौरान उन्हें दो और स्टेंट लगाये गये थे.
जनवरी के शुरू में गांगुली को दिल का हल्का दौरा पड़ा था और हृदय से संबंधित ट्रिपल वेसेल डिजीज का पता चला था. उस वक्त एक धमनी में स्टेंट लगाया गया था.
भाजपा के प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य ने कोलकाता में कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अगर कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहते हैं और उनका स्वास्थ्य तथा मौसम संबंधी परिस्थितियां इसकी इजाजत देते हैं तो उनका स्वागत है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के सात मार्च को कोलकाता में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की रैली में हिस्सा लेने की अटकलों के बीच भाजपा (BJP) ने मंगलवार को कहा कि इस बारे में पूर्व क्रिकेटर को फैसला करना है कि वह रैली में शामिल होना चाहते हैं या नहीं.