पति की मौत के अगले ही दिन जेठ ने किया ये काम, जानकर उड़े ओगो के होश

गड़ासी से गला काटकर बादामी देवी को मौत के घाट उतार दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी क्राइम अशोक वर्मा, सीओ चौरीचौरा रचना मिश्रा और थानेदार सूर्यभान सिंह, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

 

लेकिन तब तक आरोपित परिवार के साथ फरार हो चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। राम सिपाही यादव की मौत के बाद रामजीत के साथ बड़े भाई गामा यादव का पूरा परिवार हर कर्म में शामिल हुआ।

गोरखपुर के चौरीचौरा क्षेत्र के बंसहिया गांव में बुधवार की रात सम्पत्ति के लालच में महिला की गला काटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप भसुर और उसके बेटों पर है। घटना की सूचना पर जब तक पुलिस पहुंचती आरोपित घर छोड़ कर फरार हो चुके थे। घटना के बाद गांव में दहशत है।

बंसहिया गांव के 70 वर्षीय राम सिपाही यादव सीआरपीएफ में सिपाही पद से रिटायर हो गए थे। उनको कोई औलाद नहीं थी। वह और उनकी 60 वर्षीय पत्नी बादामी देवी छोटे भाई राजपति के साथ रहते थे।

मंगलवार की भोर में बीमारी से राम सिपाही यादव की मौत हो गई। बुधवार की शाम को घर पर दूध का भात लगा था। जिसमें उनके बड़ा भाई गामा यादव का परिवार भी शामिल हुआ था।

रात तकरीबन 8 बजे बादामी देवी, देवर राजपति के साथ पत्तल लेकर बाहर गईं थी। आरोप है कि इस दौरान भसुर और उनके बेटों ने हमला कर दिया।