इस नेता का बड़ा बयान, कहा मुस्लिम न होते तो…

पूर्णिया में संवाददाताओं से बातचीत में शहनवाज हुसैन ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के उस बयान को भी निशाने पर लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वर्ष 1947 में मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए था.

 

शाहनवाज हुसैन ने कहा यह देश जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का भी है. भाजपा नेता ने कहा कि अगर मुसलमान न होते तो मौलाना अबुल कलाम आजाद और मिसाइलमैन अब्दुल कलाम जैसे लोग कहां से मिलते.

उन्होंने एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के मंच पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए जाने और वारिस पठान के देश विरोधी भाषण पर कहा कि इस देश में किसी को भी ऐसे बयान देने की छूट नहीं है.

शाहनवाज ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से भारत के 130 करोड़ लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं है, बल्कि पाकिस्तान, अफगनिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक, जो वहां जिल्लत भरी जिंदगी जी रहे हैं, उसको यहां की नागरिकता देने के लिए, बसाने के लिए ये कानून बनाया गया है.

भाजपा नेता ने कहा नागरिकता संशोधन कानून पर विपक्ष भ्रम फैला रहा है, लेकिन देश के मुसलमानों को डरना नहीं चाहिए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आगमन पर गुजरात में दीवार बनाने पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान कह रहा है कि भारत झुग्गियों का देश है.

यहां के भी कुछ नेताओं को भारत की प्रतिष्ठा अच्छी नहीं लगती है बल्कि उन्हें सपेरों का देश और झुग्गी-झोपड़ियों का देश कहलाना ज्यादा पसंद है.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लिट्टी-चोखा खा रहे हैं, लेकिन दर्द विपक्ष के पेट में हो रहा है.

उन्होंने कहा कि लिट्टी अच्छी थी. प्रधानमंत्री ने दो खाई, आप दस खाओ. लिट्टी-चोखा प्रधानमंत्री ने खाए, लेकिन अपच विपक्ष के पेट में क्यों हो रहा है.