भारतीय सेना ने चीन को दिया ये करारा जवाब, मार गिराया…

रक्षा सूत्रों ने कहा, ”कैंटीन स्टोर डिपार्टमेंट (सीएसडी) में विदेशों से आयात होने वाले सामानों की बिक्री बंद हो जाएगी।” सीएसडी देश में सबसे बड़ा रिटेल स्टोर चेन चलाती है, जिसके 3,500 से अधिक कैंटीन हैं, जो उत्तर में सियाचिन ग्लेशियर से दक्षिणी हिस्से में स्थित अंडमान और निकोबार तक फैले हैं।

 

कैंटीन में 5 हजार से अधिक उत्पाद बेचे जाते हैं, जिनमें से 400 का विदेशों से आयात होता है। इनमें से अधिकतर सामान जैसे टॉलेट ब्रश, डायपर पैंट्स, राइस कूकर, इलेक्ट्रिक बर्तन, सैंडविच टोस्टर, वैक्यूम क्लीनर्स, चश्मे, लेडीज हैंडबैग, लैपटॉप और डेस्कटॉप कंप्यूटर्स चाइनीज कंपनियों के होते हैं।

इसमें विदेशों से पैक होकर आने वाले शराब की बिक्री भी बंद हो जाएगी, उदाहरण के तौर पर स्कॉटलैंड से आने वाले स्कॉच ब्रैंड की शराब अब कैंटीन में नहीं मिलेगी क्योंकि इसे स्कॉटलैंड में तैयार किया जाता है।

आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत देश में बने उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय सीएसडी कैंटीनों में चीन सहित दूसरे देशों से आने वाले उत्पादों को बैन करने की योजना बना रहा है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक, दूसरे देशों से पूरी तरह से तैयार होकर आने वाले उत्पादों को बैन किया जाएगा।

सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने चीन को एक बड़ा झटका दिया है। केंद्र सरकार ने सेना की कैंटीन में विदेश से आयात किए गए सामान की बिक्री पर रोक लगा दी है। सरकार का यह आदेश देश की चार हजार से अधिक सैन्य कैंटीन पर लागू होगा।

अभी तक सेना की कैंटीन से आयातित शराब, इलेक्ट्रानिक उपकरण और अन्य वस्तुओं की बिक्री हो रही थी। सेना के अधिकारियों, जवानों और पूर्व सैनिकों को रियायती दर पर यह सामान उपलब्ध कराया जा रहा था।