सरकार का बड़ा एलान, कहा मुसलमानों का अलग से होगा…

ऑवाल ने कहा कि इस जनगणना का मक़सद मूलनिवासी मुसलमानों को पहले के पूर्वी बंगाल, पूर्वी पाकिस्तान या बांग्लादेश से आए मुसलमानों से अलग करना है.

 

इस सर्वे में गोरिया, मोरिया, देसी और जोल्हा समुदायों को कवर किया जाएगा. सरकार इन समुदायों को अन्य जनजातियों की तरह राज्य का मूलनिवासी मानती है.

मुमीनुल ऑवाल ने कहा कि इस जनगणना के लिए तैयारी अंतिम चरणों में है और इसी वित्त वर्ष में यह काम कर लिया जाएगा.

पाकिस्तान के गृह मंत्री एजाज़ शाह ने कहा है कि उनका देश गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए और मेहमानों को आकर्षित करने के लिए बिना वीज़ा एंट्री देने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है.

इकनॉमिक टाइम्स की ख़बर के अनुसार, अगर इस प्रस्ताव को अमली जामा पहनाया गया तो भारतीय श्रद्धालु बिना पासपोर्ट करतारपुर कॉरिडोर में प्रवेश कर पाएंगे.

भारत और पाकिस्तान ने पिछले साल नवंबर में इस गलियारे के हिस्सों को अपनी-अपनी ओर उद्घाटन किया था.

यह गलियारा पाकिस्तान के नरोवाल ज़िले के करतारपुर क्षेत्र में गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए सबसे छोटा रास्ता प्रदान करता है. इस जगह पर गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे.

असम की बीजेपी सरकार इस साल मार्च में सामाजिक-आर्थिक जनगणना करवाने जा रही है. इस जनगणना में राज्य के मूलनिवासी मुसलमानों की पहचान की जाएगी.