सरकार ने बनाया ये नया प्‍लान, कहा इन लोगों को सबसे पहले दी जाएगी कोरोना वैक्‍सीन

अब तक मोटे तौर पर चार तरह के लोगों की पहचान की गई है, जिनको कोरोना की वैक्‍सीन सबसे पहले दी जाएगी और वह भी फ्री।  एक करोड़ हेल्थकेयर वर्कर: डॉक्टरों, नर्सों और आशा कार्यकर्ताओं के अलावा इस समूह में एमबीबीएस के छात्र भी शामिल हैं। दो करोड़ अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता: इस समूह में नगर निगम के कार्यकर्ता, पुलिसकर्मी और सशस्त्र बलों से संबंधित कर्मी शामिल हैं।

 

वृद्ध लोगों को कोविड-19 का सबसे ज्‍यादा खतरा होता है। 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी प्राथमिकता समूह के रूप में माना जाएगा और इनको पहले वैक्‍सीन दी जाएगी।  

इस समूह में 50 से नीचे के लोग शामिल होंगे, जिनमें वह लोग शामिल होंगे जोकि बीमार हैं या कोरोना से ठीक होने के बाद भी उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, सरकार की तरफ से बनाई गए विशेषज्ञ समूह ने एक खाका तैयार किया है। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि राज्यों को प्राथमिकता वाले लाभार्थियों के समूह की पहचान करने के लिए कहा गया है। प्रारंभिक चरण में कुल 30 करोड़ प्राथमिकता वाले लाभार्थियों को वैक्सीन की खुराक मिलेगी।

भारत बायोटेक फरवरी में कोरोना की वैक्सीन ‘कोवाक्सिन’ को लॉन्च करने के लक्ष्य को लेकर चल रहा है। यह भारत में उपलब्ध होने वाली पहली कोरोना वैक्सीन हो सकता है, जो लोगों को दी जाएगी।

केंद्र सरकार भी वैक्सीन वितरण प्रक्रिया को अंतिम रूप दे रहा है, जिसमें उन लोगों की पहचान भी की जा रही है, जिनको सबसे पहले बिना किसी शुक्‍ल के यह वैक्‍सीन दी जाएगी।