कोरोना के बीच इस देश में आया भूकंप , सुनामी की चेतावनी, अब भाग रहे लोग

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है, इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत, कई वर्गों में बंटी हुई है.

 

जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं, लेकिन जब इनमें बहुत ज्यादा हलचल होती है, तो भूकंप आता है.

सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, भूकंप के झटकों के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई है. यह चेतावनी दक्षिण अलास्का और अलास्का प्रायद्वीप के लिए है.

यूएसजीएस के अनुसार, यदि भूकंप की तीव्रता अधिक रहती है तो आमतौर पर सुनामी का ख़तरा रहता है. 7.6 to 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद एक खतरनाक सुनामी बनने की आशंका रहती है.

हालांकि, अभी तक भूकंप से किसी तरह के नुक़सान की जानकारी नहीं आई है. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, सुबह 6:12 GMT बजे अलास्का में तगड़ा भूकंप आया. यह एंकरेज से 500 मील दक्षिण पश्चिम और पैरीविले के निर्जन प्रदेश से करीब 60 मिल दक्षिण-दक्षिण पूर्व में था.

क्षेत्रफल के लिहाज से अमेरिका के 50 राज्यों में अलास्का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन यहां के कुछ ही इलाक़ों में बस्तियां हैं, बाक़ी सब निर्जन है.

रूस से सटा अलास्का प्रायद्वीप बुधवार को भूकंप के ज़ौरजार झटकों से दहल उठा. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 दर्ज की गई. भूकंप के बाद इसके केंद्र के 300 किलोमीटर के दायरे में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है.