कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद हुई डॉक्टर की मौत, आंखें खोल देगी ये खबर

अस्पताल के डॉक्टर भारद्वाज ने बताया कि ”हमने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की. हमने उन्हें वो सब कुछ दिया जिसकी उनको जरूरत थी. हमने लंग्स ट्रांसप्लांट का भी सोचा, लेकिन इन सब के बावजूद हम उन्हें नहीं बचा पाए.”

उन्होंने बताया कि ऐसे कई स्वास्थ्यकर्मी है जो वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना से संक्रमित हुए लेकिन वह बाद में ठीक भी हो गए. यह पहली बार है जब कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी एक डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई.

कोरोना वैक्सीन की डोज लेने के बाद अक्सर कई लोग ये सोचकर लापरवाही बरतने लगते हैं कि अब वह बिल्कुल सुरक्षित हैं और उन्हें कोरोना से कोई खतरा नहीं है, लेकिन ये खबर उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है कि अभी भी अगर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो स्थिति और खराब हो सकती है.

दिल्ली के सरोज हॉस्पिटल में काम करने वाले 58 साल के डॉक्टर अनिल कुमार रावत की मौत हो चुकी है. वह कोरोना से संक्रमित थे. ऑक्सीजन लेवल डाउन जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और दो दिन पहले वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया.

एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक वेंटिलेटर पर शिफ्ट होने से पहले उन्होंने अपने सहकर्मी से कहा था, ” मैं इससे बाहर आ जाऊंगा. मैंने वैक्सीन ली है. मैं ठीक हो जाऊंगा.” जानकारी के मुताबिक कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज उन्होंने मार्च की शुरुआत में ली थी, ऐसे में उन्हें पूरा भरोसा था कि इससे वह बिल्कुल ठीक हो जाएंगे.

देश में इस वक्त कोरोना की स्थिति बेहद गंभीर है. ऐसे में ये केवल एक खबर नहीं है बल्कि लोगों के लिए अलर्ट है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है. खुद की और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हमें हर तरीके से सतर्क रहना होगा.

देश में हर रोज कोरोना के कई मामले (Corona Cases) सामने आ रहे हैं. हर रोज मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. कोरोना की चपेट में आने वाले कई लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं.

इसी का एक उदाहरण दिल्ली से सामने आया है जिसमें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके एक सीनियर डॉक्टर न केवल कोरोन से संक्रमित हुए, बल्कि अब अपनी जान भी गंवा चुके हैं.