तय समय पर फांसी पर लटकाए गए बंगबंधु के हत्यारे

ग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के हत्यारे अब्दुल माजिद को गिरफ्तारी के 4 दिनों के अंदर शनिवार आधी रात स्थानीय समयानुसार 12:01 बजे फांसी दे दी गई। उसे रानीगंज में ढाका सेंट्रल जेल के अंदर फांसी पर लटकाया गया। गत बुधवार को ही माजिद को ढाका में गिरफ्तार किया गया था। पकड़े जाने के बाद उसने इस बात का खुलासा किया था कि वह 25 साल तक भारत में छिपा रहा था जिसमें से 22 साल उसने कोलकाता में गुजारे थे।

15 अगस्त 1975 को बांग्लादेश में सैनिक तख्तापलट हुआ था और बंगबंधु की हत्या कर दी गई थी। उसके बाद माजिद ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि उसने बंगबंधु मुजीबुर रहमान की हत्या की है। हालांकि बाद में वह फरार हो गया था और बांग्लादेश की सुरक्षा एजेंसिया तब से उसे लगातार खोज रही थीं। चार दशक बाद उसे गत मंगलवार को ढाका में गिरफ्तार किया गया था।

राष्ट्रपति अब्दुल हमीद ने उसकी दया याचिका को खारिज कर दी थी जिसके बाद उसकी फांसी का रास्ता साफ हो चुका था। सेंट्रल जेल के जेलर महबूब उल इस्लाम ने कहा कि माजिद को कोर्ट द्वारा तय समय पर फांसी पर लटकाया गया है।