भारत ने सीएए कश्मीर के मुद्दे पर दिए जा रहे बयानों के बाद एक कड़ा कदम उठाया जिसके बाद को समझ में आ गया कि भारत के खिलाफ बोलने पर उसके लिए संकट उत्पन्न हो सकते हैं.
तरफ से जानकारी दी गई है कि भारत ने मौजूदा हालातों को देखते हुए उससे पॉम ऑयल की खरीद पर रोक लगा दी गई है. भारत ने मलेशिया को लेकर ये कदम तब उठाया था.
जब मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद कश्मीर मुद्दे से लेकर नागरिकता कानून को लेकर भारत की तीखी आलोचना कर रहे थे.
महातिर ने नागरिकता कानून को लेकर कहा था कि यह पूरी तरह से अनुचित है. इसके अलावा विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को शेल्टर देने से भी भारत अपनी नाराजगी जाहिर कर चुका है.
इन चीजों को पहले तो भारत ने समझने की कोशिश की. भारत की ओर से पहले तो ऐसे बयानों के बाद पॉम ऑयल की खरीद में धीरे-धीरे कमी की गई जबकि बाद में भारत ने इस पर रोक लगा दी.
हालांकि मलेशिया का मानना है कि भारत की ये रोक अस्थाई है उसका मानना है कि भारत फिर से बहुत ही जल्दी मलेशिया के साथ व्यापार शुरू कर देगा.
नागरिकता संशोधन कानून यानी कि सीएए पर बोलकर एक देश भारत के सामने फंस गया है. अब वो ऐसा मौका तलाश कर रहा है कि वो किसी तरह से भारत के साथ अपने रिश्ते सुधारने में लगा है.