चीन को इस देश ने दिया मुंहतोड़ जवाब, 15 हज़ार फीट की ऊंचाई से फेक दिया…

आमतौर पर उत्तर हिंदुस्तान से ट्रक के जरिए यहां सामान दो रास्तों से भेजा जाता है- पहला ज़ोजी ला पास होते हुए श्रीनगर से लद्दाख व दूसरा रास्ता है रोहतांग पास होते हुए मनाली।

 

इस वर्ष मई से ही LAC के फॉरवार्ड इलाकों में हिंदुस्तान ने तीन गुना ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। ज्यादातर इलाके 15 हज़ार फीट की ऊंचाई पर है। बर्फबारी के चलते नवंबर के बाद यहां पहुंचना कठिन चुनौती होती है।

ये रास्ते सिर्फ मई से लेकर अक्टूबर तक ही खुले रहते हैं। वैसे सेना को सामान चड़ीगढ़ से हवाई जहाज के जरिए भी भेजा जाता है। लेकिन इतना सारा समान भेजना संभव नहीं होता।

अब ठंड से बचने के लिए दूसरे सामान जैसे कि खास कपड़े,स्पेशल टेंट्स, गाड़ियों के लिए ईंधन व राशन पानी जमा कर लिए गए है। ठंड के दिनों में बर्फबारी के चलते सीमा पर कोई भी समान पहुंचाना कठिन चुनौती होगी।

अंग्रेजी अखबार ने एक सीनियर आर्मी अधिकारी के हवाले दावा किया है कि हर वर्ष लद्दाख में 30 हज़ार मैट्रिक टन राशन की आवश्यकता पड़ती है।

लेकिन इस वर्ष दोगुने राशन की आवश्यकता है क्योंकि इन दिनों वहां हज़ारों सैनिक तैनात हैं। उन्होंने कहा, ‘चीन के सैनिक जल्दी LAC से पीछे हटने को तैयार नहीं है। लिहाज़ा हमलोग लंबे वक्त के लिए तैयारियां कर रहे हैं। ‘

पूर्वी लद्दाख में असली नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव लगातार बरकरार है। चाइना की सेना यहां से पीछे हटने को तैयार नहीं है। लिहाजा चाइना की चालबाज़ी को देखते हुए इंडियन आर्मी (Indian Army) ने शत्रु को मुंहतोड़ जवाब देना के लिए कमर कस ली है।

लद्दाख में भीषण ठंड पड़ती है। ऐसे में यहां के मौसम को देखते हुए इंडियन आर्मी ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है। सीमा पर हमारे सैनिकों को हथियार की कोई कमी नहीं है।