भारतीय वायुसेना लगातार भारत-चीन सीमा के पास अभ्यास कर रही है. भारतीय सेनाएं किसी भी तरह की स्थिति से निपटने की तैयारी में है. अपाचे ही नहीं चिनूक हेलिकॉप्टर ने भी यहां उड़ान भरी थी.
इसके अलावा मिग-29, सुखोई और जगुआर विमानों ने लेह के आसमान में उड़ान भरी थी. भारतीय वायुसेना के बेड़े में पिछले ही साल 8 अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टरों ने जगह बनाई थी, जिसके बाद सेना मजबूत हुई थी.
इसकी मारक क्षमता खतरनाक होती है, साथ ही इसका डिजाइन ऐसा होता है कि रडार की पकड़ में भी ना आ सके. अपाचे लगभग 280 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है, तो 16 एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता रखता है. ये हेलिकॉप्टर बिना रुके करीब तीन घंटे तक उड़ान भर सकता है.
चीन से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को परेशान किया. अब चीन अपने पड़ोसी देशों को परेशान करने के लिए नए पैंतरे अपना रहा है. पड़ोसी देशों को उकसाने के लिए उसने कई चालें चलीं.
लेकिन अब चीन को दबाने के लिए भारत और अमेरिका ने उसे दो तरफ घेर लिया है. इससे चीन बुरी तरह से बौखलाया हुआ है. गलवान घाटी में चीन की सेना पीछे हटी है लेकिन भारत ने अपनी सख्ती कम नहीं की है. उधर, दक्षिण चीन सागर में जापान के पास अमेरिका ने अपने युद्धपोत और फ्रिगेट तैनात कर रखे हैं.
सोमवार रात को भारत-चीन सीमा के पास लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे ने उड़ान भरी. देर रात अपाचे समेत कई लड़ाकू विमान उड़ान भरते हुए दिखाई दिए. इन सभी ने चीन पर नजर रखी.