इस राज्य में हुआ कोरोना का विस्फोट, चपेट में आए 4 हजार से…

कामरूप मेट्रोपोलिटन उपायुक्त विश्वजीत पेगु ने संपूर्ण स्कूल परिसर को 27 फरवरी तक कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है, ताकि अन्य अध्यापकों और छात्रों में संक्रमण फैलने से रोक सकते है.

आदेश में कहा गया है कि स्कूल के सभी शिक्षकों को कोरोना संबंधी जांच के लिए सोमवार को स्कूल आने का निर्देश दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर हिंदुस्तान में 7,000 से अधिक में कोविड-19 का म्यूटेशन हैं.

जिनमें से कुछ में गंभीर खतरा हो सकता है. सोमवार को काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च, सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के निदेशक राकेश मिश्रा ने बोला वेरिएंट्स के मध्य N440K दक्षिणी राज्यों में बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है.

देश में कोविड-19 का खतरा एक बार फिर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. पंजाब में कोविड के इस खतरे ने स्कूलों में भी दस्तक दे दी है. दरअसल राज्य में तकरीबन 4 हजार स्कूल टीचरों का कोरोना टेस्ट हुआ है .

जिनमें 13 टीचर की रिपोर्ट्स पॉजिटिव पाई गई है. ऐसे में ये टीचर जिस स्कूल से हैं, अब उन्हें 48 घंटे के लिए बंद किया जा चुका है. उन स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा.

वहीं अमृतसर के सिविल सर्जन चरणजित सिंह ने कहा कि बीते 2-3 दिनों में कोविड के केसों में बढ़ोतरी देखी गई है जिसके उपरांत अब स्कूलों में कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर किया जा चुका है.

जिसके अंतर्गत 4 हजार शिक्षकों का कोविड टेस्ट हुआ है जिसमें 13 संक्रमित पाए गए हैं. इससे पहले गुवाहाटी स्थित डॉन बॉस्को स्कूल के एक अध्यापक के परिवार के सदस्य और एक अन्य अध्यापक के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद स्कूल को रविवार से सात दिन के लिए सील किया जा चुका है.

जंहा इस बात का पता चला है कि दोनों शिक्षक प्राधिकारियों को यह सूचित किए बिना कक्षाओं में पढ़ाने जा रहे थे कि वे संक्रमित हैं या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं.