कोरोना महामारी के बीच चीनी अब भी नहीं आ रहे बाज, पुलिस ने बरामद की इन जानवरों की लाशें

छापे में 13410 पशु-पक्षियों के अस्थि पंजर बरामद किए गए हैं, जिनमें जयादातर उल्लू और कुछ सेबल हैं. इन्हें खाने और इनके फरों के लिए मारा गया था.

 

तस्करों के पास से शक्तिशाली एयर गन भी बरामद हुईं हैं, जो कि शिकार के काम आती है. पुलिस (Police) ने बताया कि तस्कर जंगल में इन्हें मार तो चुके थे, लेकिन लॉकडाउन (Lockdown) के चलते इन्हें बाज़ार तक नहीं पहुंचा पा रहे थे.

फोरेस्ट्री ब्यूरो के मुताबिक बहुत से विलुप्तप्राय पक्षी और जानवर हैं. इन जानवरों की लाशों के साथ 27 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है.

इनके सरगना का नाम लियु बताया गया है जिसे पहले भी भालू का शिकार कर उसे बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन लोगों ने लाशों को फ्रीजर में रखा हुआ था और लॉकडाउन (Lockdown) के बाद मार्केट खुलने के इंतज़ार में थे.

चीन के ज्यादातर प्रान्तों में कोरोना संक्रमण के बाद से जंगली जानवरों को खाना प्रतिबंधित कर दिया गया है. प्रतिबंध के बाद अब इनकी काला बाजारी शुरू हो गई है.

चीन के जायलिन प्रांत की पुलिस (Police) ने छापा मारकर 13000 से ज्यादा पशु-पक्षियों की फ्रीजर में रखी लाशें बरामद की हैं, इनमें ज्यादातर उल्लू हैं.

जिन्हें चीन के कई प्रान्तों में शौक से खाया जाता है. चीन के उत्तर-पूर्व में स्थित जायलिन शहर की पुलिस (Police) ने एक बयान जारी कर बताया है .

जंगली जानवरों की तस्करी करने वाले इस समूह को पकड़ने के लिए चार महीने से एक ऑपरेशन जारी था. बाइशेशन फोरेस्ट्री ब्यूरो के साथ मिलकर सिटी पुलिस (Police) ने रेड मारकर इन तस्करों को गिरफ्तार किया है.