चीन को लेकर आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने किया ये बड़ा खुलासा, कहा चाइना ने ही हमारे सैनिक नहीं लौटाए…

इस घटना में चाइना को भी भारी नुकसान हुआ व उसके 43 सैनिक हताहत होने की समाचार है। इस घटना के बाद से दोनों राष्ट्रों के बीच सीमा पर तनाव व बढ़ गया है।

बताते चलें कि पूर्वी लद्दाख सीमा पर पिछले कई महीनों से चला आ रहा तनाव 15 जून की रात हिंसक झड़प में ​तब्दील हो गया। इस हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए।

गलवान घाटी की मौजूदा स्थिति के बारे में बताते हुए पूर्व आर्मी चीफ ने बोला कि गलवान घाटी का जो भाग हिंदुस्तान के नियंत्रण में आता है वो अभी भी हिंदुस्तान के पास ही है।

चाइना जिस पेट्रोल प्वाइंट 14 को लेकर टकराव कर रहा है वह अभी भी हिंदुस्तान के नियंत्रण में ही है। गलवान घाटी का एक भाग चाइना के पास है व एक भाग हमारे पास है।

सिंह ने बोला कि चाइना 1962 के बाद से गलवान घाटी के बैठा है व हम भी वहां से हिले नहीं हैं।पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में हिंदुस्तान (India) व चाइना (China) के को लेकर केंद्रीय मंत्री व पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह (VK Singh) ने बड़ा खुलासा किया है। पूर्व आर्मी चीफ ने दावा किया कि चाइना ने ही हमारे सैनिक नहीं लौटाए, हिंदुस्तान ने भी चाइना के कई सैनिकों को वापस किया है।

एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार ने पूर्व आर्मी चीफ ने कहा, कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि झड़प के बाद व बाद में उन्हें लौटाया गया। इसी तरह इंडियन आर्मी ने भी चाइना के कई सैनिकों को बंधक बना लिया था व फिर उन्हें छोड़ दिया गया।

वीके सिंह ने दावा किया कि इस झड़प में चाइना के दोगुने सैनिक मारे गए हैं। उन्होंने बोला कि हमारे 20 सैनिक शहीद हुए हैं तो चाइना के इससे ज्यादा सैनिक मारे गए हैं लेकिन चाइना कभी भी इस बात का खुलासा नहीं करेगा। चाइना में हर वस्तु छुपाई जाती है। हमारे सैनिकों ने बदला लेकर वीरगति दी है।