उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के खड्डा थाना क्षेत्र के बंजारीपट्टी निवासी एक युवक ने कर्ज चुकाने के लिए खुद के अपहरण की कहानी रच डाली। इधर, अपहरण की सूचना मिलते ही खड्डा थाने की पुलिस हरकत में आ गई और हर संभावित जगहों पर युवक की तलाश करने लगी।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने रविवार की आधी रात युवक को कप्तानगंज थाना क्षेत्र के महुअवा खुर्द से सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि कर्ज के बोझ तले दबे युवक ने खुद के अपहरण की कहानी रची है। मामले में पुलिस युवक को हिरासत में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुटी हुई है।
खड्डा थाना क्षेत्र के बंजारीपट्टी निवासी रतन शर्मा ड्राइवरी करता है। लोगों के अनुसार रतन के ऊपर काफी कर्ज है। रविवार की देर शाम रतन के भाई ज्ञानेश्वर ने पुलिस को सूचना दी कि उसका भाई पैदल खड्डा के लिए निकला। बाद में दिल्ली में रह रहे उसके भाई अभिमन्यु के मोबाइल पर रतन के मोबाइल नंबर से फोन आया कि उसके भाई रतन का अपहरण हो चुका है। फिरौती के रूप में 40 हजार रुपये उसके बैंक खाते में डाल दें। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और सीओ शिवाजी सिंह के नेतृत्व में हनुमानगंज इंस्पेक्टर पंकज गुप्ता, एसआई पीके सिंह, सिपाही प्रेमनारायण वर्मा, शिवशंकर रतन के मोबाइल नंबर का लोकेशन ट्रेस करते हुए बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिर्जव जंगल के आसपास संभावित जगहों पर तलाश में जुट गए।
कुछ ही देर बाद उसके मोबाइल का लोकेशन खड्डा क्षेत्र में होने की जानकारी हुई तो पुलिस टीम लोकेशन के आधार पर सर्च करते हुए आधी रात कप्तानगंज के महुअवा खुर्द स्टेशन के पास पहुंची और वहां से युवक को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस की पूछताछ में रतन ने बताया कि कर्ज चुकाने के लिए उसने अपने अपहरण होने की झूठी कहानी रची थी ताकि उसके परिजन उसे छुड़ाने के लिए फिरौती के रूप में उसे 40 हजार रुपये दे दें। वहीं, अपहरण की सच्चाई से पर्दा उठने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
घरवालों से रुपये वसूलने के चक्कर में रतन ने खुद अपने अपहरण होने की झूठी कहानी बनाई थी। पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे महुअवा खुर्द से बरामद कर थाने ले आई। यहां उसे हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।