उत्तराखंड के इस संस्थान ने की सख्ती, आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए फोन हुआ प्रतिबंधित

देहरादून के एनआइईपीवीडी में पांचवी के छात्र के साथ सीनियर द्वारा कुकर्म का मामला सामने आने के बाद संस्थान ने छात्रों पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। संस्थान ने आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए फोन प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं नौंवी से 12वीं तक के छात्रों को भी एक निश्चित समय के लिए फोन दिया जाएगा।

एनआइईपीवीडी निदेशक नचिकेता राउत ने बताया कि संस्थान अब अनुशासन को लेकर किसी भी प्रकार की ढील नहीं बरतेगा। न ही संस्थान में दोबारा ऐसी स्थिति पैदा होने दी जाएगी। इसलिए पहले से ही पूरी तैयारियां की जा रही हैं। बताया कि आठवीं तक के छात्रों के लिए फोन प्रबिंधित किए जा रहे हैं।

नौवीं से 12वीं तक के छात्र, जिन्हें सरकार फोन उपलब्ध करवाती है। ऐसे छात्रों को शाम चार बजे से रात साढ़े नौ बजे तक ही फोन इस्तेमाल करने की इजाजत होगी। साढ़े नौ बजे के बाद इन छात्रों से हॉस्टल वार्डन फोन ले लेंगे।

उन्होंने बताया कि अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं खत्म होने के बाद यह नियम लागू किए जाएंगे। परीक्षाओं के बाद छुट्टियों में सभी आठवीं तक के छात्रों को फोन घर ही छोड़ने को कहा जा चुका है। बताया कि दस बजे के बाद हॉस्टल की लाइट भी बंद करवा दी जाएंगी। राउत ने बताया कि चौथी और पांचवी कक्षा के छात्रों को अलग सेक्शन में शिफ्ट किया जा चुका है। वहीं, नया टाइम टेबल भी संस्थान में लागू किया जा रहा है।

यह है मामला

एनआइईपीवीडी राजपुर रोड में दो सितंबर की रात कक्षा पांच के दृष्टिबाधित छात्र से कक्षा 11 के छात्र ने कुकर्म किया था। डर के चलते वह कुछ दिन तो चुप रहा। इसके बाद जब उसे लगा कि अभी वह चुप रह गया तो आरोपित छात्र उसे आगे भी परेशान करता रहेगा। लिहाजा पीड़ित छात्र ने बीते ग्यारह सितंबर को संस्थान के प्रिंसिपल को घटना की जानकारी दी। इसके बाद मामले में राजपुर पुलिस ने आरोपित छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।