इस बीजेपी विधायक ने खुले आम दरोगा को दी धमकी व कहा :’दो मिनट में तेरी सारी दरोगागिरी घुसेड़…’

अभिजीत सिंह सांगा. बीजेपी विधायक हैं. कानपुर के बिठूर से. इनका एक सोशल मीडिया पर बढ़िया वायरल हो रहा है. में अभिजीत डिप्स मारते दिख रहे हैं. उन्होंने 22 सेकेंड में 23 डिप्स मार लिए. उन्होंने ये अपने फेसबुक पर शेयर किया है. की दोपहर 2.50 बजे इसे अपलोड किया गया और अभी तक इसे डेढ़ हज़ार लाइक्स मिल चुके हैं. कमेंट में हर कोई अभिजीत की फिटनेस की तारीफ कर रहा है.

फेसबुक पोस्ट से पता चलता है कि अभिजीत ने 18 सितंबर को एक जिम का उद्घाटन किया. वहीं पर उन्होंने बाकी लोगों के साथ डिप्स लगाई. इसके अलावा ट्रेडमिल पर भी दौड़ लगाई. लड़के-लड़कियों को नया चैलेंज दिया.

हैं कौन अभिजीत?

34 साल के युवा नेता हैं. राजनीति की शुरुआत की थी समाजवादी पार्टी (SP) के साथ. बाद में चले गए कांग्रेस में. 2012 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा. कांग्रेस के टिकट पर, बिठूर से ही. लेकिन जीत नहीं मिली. जनवरी 2017 तक कांग्रेस में रहे. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए. बिठूर से ही दोबारा चुनाव लड़ा और इस बार जीत गए. समाजवादी पार्टी के मुनिंद्र शुक्ला को हराया.

इस साल के महीने में एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था. कहा गया था कि ये क्लिप अभिजीत और वन विभाग के एक दरोगा के बीच फोन पर हुई बातचीत का है, जिसमें अभिजीत ने दरोगा को बुरी तरह धमकी दी है. वायरल हुए ऑडियो में विधायक, दरोगा से कह रहे हैं कि ‘गरीब आदमी को छू मत लेना, वरना टांगें टूट जाएंगी. अच्छे से रहिए. दो मिनट के अंदर दरोगागिरी घुसेड़ दूंगा. नज़र न आना वहां आज के बाद.’

ये क्लिप वायरल होने के बाद अभिजीत सिंह ने सफाई भी दी थी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा था,

‘अगर कोई व्यक्ति कुछ गलत कर रहा है, तो उससे कड़े शब्दों में ही बात की जाएगी. उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. मैंने लोगों की आवाज़ उठाई, ये मैंने खुद के लिए या फिर अपने परिवार के लिए नहीं किया.’

बता दें कि ये मामला वन विभाग की ज़मीन पर लगे अमरूद के बगीचे से जुड़ा हुआ था.

नाम तो अभिजीत सिंह है, लेकिन फिर ‘सांगा’ क्यों?

अभिजीत के पुरखे राजस्थान के रहने वाले हैं. जब वो छोटे थे, तब उनकी दादी उनके बड़े भाई को प्यार से राणा बुलाती थीं, और अभिजीत को सांगा. तब से ही उनके घर का नाम सांगा पड़ गया. जब स्कूल गए, तब खेलते-खेलते गिरने पड़ने में उन्हें चोटें बहुत लगती थीं. दोस्त बोलते थे कि या तो राणा सांगा के घाव होते हैं, या तुम्हारे. फिर स्कूल में भी हर कोई उन्हें सांगा बोलने लगा. धीरे से ये नाम अभिजीत की पहचान बन गया. इसलिए उन्होंने अपने नाम के आगे ‘सांगा’ भी जोड़ लिया.