उपचुनावों से पहले मायावती को अखिलेश से मिला एक बड़ा झटका, पार्टी के दो दिग्गज नेताओ ने…

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मौजूदगी में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के दो नेता- दयाराम पाल और मिठाई लाल पाल समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. इनकी सपा में जॉइनिंग को बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के लिए झटका माना जा रहा है.

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश की 12 विधानसभा सीटों पर जल्द होने वाले उपचुनावों से पहले मायावती को झटका दिया है. शुक्रवार को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर अखिलेश ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के दो नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा कार्यालय में बीएसपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दयाराम पाल अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए, वहीं बीएसपी के कोऑर्डिनेटर रह चुके मिठाई लाल ने भी सपा जॉइन की. इन नेताओं की सपा में ज्वाइनिंग को बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

इससे पहले गुरुवार को बस्ती से बीएसपी के पूर्व लोकसभा सांसद लालमणि प्रसाद (Former MP Lalmani Prasad) ने भी बीएसपी से अपना इस्तीफा (Resign) दे दिया था. पूर्व सांसद ने पार्टी सुप्रीमो मायावती को भेजे अपने पत्र में उन्होंने बीएसपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही थी. बीएसपी के लिए यह करारा झटका माना जा रहा है. लालमणि वर्तमान में सिद्धार्थनगर के जिला को-ऑर्डिनेटर थे. लालमणि प्रसाद ने आरोप लगाया कि वर्तमान बीएसपी की रीतियों और नीतियों से वो सहमत नहीं हैं. उन्हें लगता है कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और काशीराम का मूवमेंट पीछे जा रहा है, इसलिए बहुजन समाज में आक्रोश है. लालमणि प्रसाद के इस्तीफे की पेशकश के बाद उनके समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं.

बता दें कि लालमणि पहली बार वर्ष 1993 में SP-BSP गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़े थे और विजयी घोषित हुए थे. वर्ष 1996 के मध्यावधि चुनाव में जनता ने उन्हें दोबारा क्षेत्र का विधायक चुना. वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने बस्ती से प्रत्याशी बनाया था और वो निर्वाचित हुए थे. इसके बाद वर्ष 2009 के चुनाव में पार्टी ने चेहरा बदल दिया. तभी से लालमणि लगातार बीएसपी के संगठनात्मक कार्यों में लगे रहे.