महाराष्ट्र में ताश के पत्तो की तरह तबाह हुई बीजेपी सरकार, इस नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का किया ऐलान

महाराष्ट्र में तीन दिन की बीजेपी सरकार मंगलवार को गिर गई। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का ऐलान किया और उसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी को इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहलेउप मुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दिया था।आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेशदिया है कि 27 नवंबर को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करा कर बहुमत सिद्ध कराया जाए। शीर्ष अदालत के आदेश दिए जाने के बाद यह बात सामने आई है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा किमहाराष्ट्र के विधानसभा में बीजेपी को दिल खोलकर मतदान किया और बीजेपी को पूरा जनादेश दिया औरसबसे बड़ी पार्टी बनाया। हमने शिवसेना के साथ चुनाव लड़ा और दोनों को मिलकर सरकार बनाने का जनादेश मिला,लेकिन यह जनादेश इसलिए बीजेपी का था क्योंकि हमारा स्ट्राइक रेट ज्यादा शिवसेना से ज्यादा था।शिवसेना का स्ट्राइक रेट 40 फीसदी का और हमारा स्ट्राइक रेट 60 फीसदी से ज्यादा का था।

उन्होंने कहा कि बीजेपी को धमकी मिली तो हम फिर किसी के साथ भी जा सकते हैं। शिवसेना हमसे चर्चा करने की जगह एनसीपी से चर्चा कर रही थी। जो लोग मातोश्री से बाहर नहीं जाते थे वो बाहर जाकर चर्चा करने लगे। राज्यपाल ने हमे सबसे पहले सरकार बनाने के लिए बुलाया और नंबर नहीं होने के चलते हम सरकार नहीं बना सके। फिर शिवसेना ने कहा हमारे पास नंबर तो है लेकिन समय चाहिए। एनसीपी भी सरकार नहीं बना सकी इसके बाद राष्ट्रपति शासन लगाया गया। तीन अलग-अलग विचारधारा के लोग चर्चा तो कर रहेलेकिन सरकार नहीं बना रहे थे। तीनों का एक ही कॉमन मिनिमम कार्यक्रम था बीजेपी को सत्ता से बाहर रखना। विधानसभा में जो एनसीपी के नेता थेउन्होंने हमसे चर्चा की और फिर हमने सरकार बनाई।