कोरोना को लेकर डब्ल्यूएचओ ने दी ये बड़ी चेतावनी, कहा 100 सालों में…

इस बैठक के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के खतरे को और ज्यादा निर्धारित किया है। कोरोना वायरस से दुनिया में लगभग 6,80,000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और इस वायरस ने दुनिया के एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है।

 

कोरोना वायरस को लेकर हुई बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस का कहना है कि इस महामारी का असर लंबे समय कर रहेगा।

ऐसी महामारी 100 सालों में एक बार आती है लेकिन दशकों तक इसका प्रभाव रहता है। कमिटी ने सभी देशों को चेताया है कि मौसमी इंफ्यूएंजा या दूसरे वायरस से लड़ने के लिए खुद को और अपने देश के स्वास्थ्य प्रणाली को दुरुस्त रखें।

कोरोना वायरस को अंतरराष्ट्रीय इमरजेंसी घोषित करने में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जितना समय लिया, उसके लिए संगठन की काफी आलोचना होती है। अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को दी जाने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी थी और संगठन के चीन से मिले होने का आरोप लगाया था।

डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19 के छह महीने के मूल्याकंन पर इमरजेंसी कमिटी से मुलाकात के बाद ऐसा कहा। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि कमिटी ने कोविड-19 महामारी की लंबी अवधि के पूर्वानुमान को बताया है।

कोरोना वायरस के अस्तित्व में आए हुए सात महीने हो चुके हैं और इस बीच ये कमिटी चार बार कोरोना वायरस के खतरे के मूल्याकंन को लेकर बैठक कर चुकी है।

कोरोनावायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य  संगठन ने एक चेतावनी जारी की है, जिसमें संगठन का कहना है कि कोरोनावायरस से लंबे समय तक के जारी रह सकती है।