SIT ने जांच के बाद किया बड़ा खुलासा, अफसरों और नेताओं के 90 वीडियो और तस्वीरों में अवैध संबंधों…

मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच के लिए गठित SIT ने अपनी जांच शुरु कर दी है। जांच के बाद खुलासा होगा कि ब्लैकमेल करने वाले गिरोह में शामिल महिलाओं के साथ अश्लील वीडियो और तस्वीरों में दिखाई देने वाले अफसरों-नेताओं ने किस तरह से उन्हें फायदा पहुंचाया है। SIT प्रमुख एडीजी काउंटर इंटेलीजेंस संजीव शमी ने मामले की जांच के लिए इंदौर पहुंच चुके हैं।

 

SIT इस गिरोह से नजदीकी संबंध रखने वाले अफसरों और नेताओं द्वारा महिलाओं को फायदा पहुंचाने की दिशा में जांच बढ़ा रही है। बताया जाता है कि संजीव शमी ने इंदौर पुलिस की अब तक की कार्रवाई का अध्ययन किया। सूत्रों ने बताया कि हनी ट्रैप मामले में अब तक सामने आई 90 सीडी, वीडियो, तस्वीरों में दिखाई देने वाले अफसरों और नेताओं के महिलाओं से संबंधों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।

हर एक अधिकारी और नेता से उनके संबंधों की जानकारियां जुटाई जा रही है। इसी तरह गिरोह में शामिल महिलाओं की संस्थाओं व विभिन्न् कंपनियों से उनके संबंधों की जानकारियां भी एकत्रित की जा रही हैं। सूत्र बताते हैं कि गिरोह के करीबी अफसरों व नेताओं की जिम्मेदारियों और महिलाओं को फायदा पहुंचाने की कड़ी को SIT ढूंढकर कार्रवाई करने की रणनीति पर काम कर रही है।

इन महिलाओं ने एनजीओ के माध्यम से काम लेने, तबादले-पदस्थापनाएं कराने, विभिन्न् प्राइवेट कंपनियों के प्रतिनिधि के तौर पर सरकारी विभागों में काम दिलाने आदि के लिए अफसरों व नेताओं से संबंधों का फायदा लिया है।

उल्लेखनीय है कि महिलाओं द्वारा बनाई गई सीडी, वीडियो क्लिप्स, तस्वीरों को लेकर गिरोह से जुड़े नेता-अफसरों में खलबली है। ऐसे नेता-अफसर अपने परिचितों-मित्रों के माध्यम से कार्रवाई की टोह भी लेने का प्रयास कर रहे हैं। मामले की जांच के लिए बनाई गई SIT का प्रमुख शमी को बनाए जाने से लोगों को जांच में निष्पक्षता की उम्मीद जागी है। पहले आईजी डी. श्रीनिवास वर्मा को SIT का प्रमुख बनाया गया था।