पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई ये बड़ी चूक, इतने लोगो ने किया…

संसद में डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने सवाल किया था कि देश में कितने लोगों को एसपीजी और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा मिली हुई है।

 

इसके जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि वर्तमान में सिर्फ एक शख्स को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है। हालांकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया।

उन्होंने उन वीआईपी लोगों की भी जानकारी नहीं दी, जिनको सीआरपीएफ की सुरक्षा मिली हुई है। किशन रेड्डी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह भी नहीं बताया गया कि साल 2014 के बाद किन वीआईपी लोगों की सीआरपीएफ सुरक्षा हटाई गई और किन लोगों को दी गई।

उन्होंने केवल इतना बताया कि सिर्फ 56 लोगों को सीआरपीएफ सुरक्षा दी गई है। दयानिधि मारन ने जिन लोगों को सीआरपीएफ सुरक्षा मिली है, उन लोगों की जानकारी भी मांगी थी।

उन्होंने बताया कि सरकार ने सुरक्षा समीक्षा के बाद हाल ही में पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह, उनकी पत्नी गुरशरण कौर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली है।

रेड्डी ने सुरक्षा का हवाला देते हुए उन लोगों का ब्योरा देने से मना कर दिया जिन्हें सुरक्षा दी गई या वापस ली गई। इस संबंध में संसद ने कानून बनाया है, जिसमें प्रावधान किया गया कि सिर्फ देश के प्रधानमंत्री को एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी।

प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद पांच साल तक एसपीजी सुरक्षा रहेगी और फिर हटा ली जाएगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा पर रोजाना एक करोड़ 62 लाख रुपये खर्च होते हैं।

यह जानकारी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने संसद में दिए एक प्रश्न के लिखित जवाब में दी। जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में बताया कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) सिर्फ प्रधानमंत्री को सुरक्षा देता है।

इसके अलावा देश की 56 वीआईपी हस्तियों की सुरक्षा का जिम्मा सीआरपीएफ का है। रेड्डी ने बताया कि एसपीजी कानून में संशोधन के बाद नई व्यवस्था के तहत एसपीजी सिर्फ प्रधानमंत्री और उनके साथ रह रहे परिजनों को ही सुरक्षा देगी।