निर्भया केसः सुनवाई के दौरान एक दोषी को हुआ ये, सुप्रीम कोर्ट ने रोका फैसला

अदालत की सुनवाई शुरू हुई तो दोषियों के वकील एपी सिंह ने अदालत ने बार-बार पूछा कि बताइए आपकी क्या दलील है? इस पर एपी सिंह ने कहा कि रिकॉर्ड देखिए, न्याय की हत्या की गई है। देखिए आधिकारिक फाइल पर गृहमंत्री और एलजी के हस्ताक्षर नहीं हैं।

 

एपी सिंह ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार के गृहमंत्री और उपराज्यपाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के कारण इस आधिकारिक फाइल पर हस्ताक्षर नहीं हैं।

आगे बोला कि मैं हाथ जोड़कर आप से कह रहा हूं कि मैं आपको वो कागजात दिखा सकता हूं जिसमें हस्ताक्षर नहीं हैं। यह लेटर व्हाट्सएप से आया था। इस पर अदालत ने कहा कि हम दस्तावेज देख चुके हैं।

निर्भया के दोषी विनय की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों जस्टिस आर भानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एएस बोपन्ना की बेंच सुनवाई पूरी कर चुकी है।

इस याचिका में विनय ने दया याचिका खारिज होने के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। अदालत ने सुनवाई पूरी करते हुए अपना फैसला कल(14 फरवरी) दोपहर दो बजे तक के लिए सुरक्षित रख लिया है।