इस देश में बुर्का पहनने पर लगी पाबंदी, भड़का पाकिस्तान कहा अगर…

कुछ दिनों पहले ही स्विटजरलैंड के लोगों ने देश में कुछ मुस्लिम महिलाओं के हिजाब और बुर्के से चेहरा ढंकने व प्रदर्शनकारियों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले नकाबों पर पाबंदी लागने के प्रस्ताव को कुछ छूटों के साथ मंजूरी दी.

इस प्रस्ताव के एक मतदान के दौरान मंजूर होने के बाद रेस्त्रां, खेल के मैदानों, सार्वजनिक परिवहन साधनों या सड़कों पर चलते समय चेहरा ढंकने पर पाबंदी लग जाएगी.

हालांकि, धार्मिक स्थलों पर जाते समय चेहरा ढंकने और स्वास्थ्य कारणों, जैसे कि कोविड-19 से बचाव के दौरान मास्क पहनने की छूट रहेगी. स्विट्जरलैंड के इस फैसले से दुनिया में उसकी मुस्लिम-विरोधी छवि बन रही है.

फ्रांस के बाद अब स्विट्जरलैंड मुस्लिम समर्थकों के निशाने पर आ गया है. बुर्के पर बैन का प्रस्ताव दो गुटों के बीच टकराव का कारण बना हुआ है. एक ओर जहां लोग इस फैसले को ‘कट्टर इस्लाम’ के विरोध में उठाया गया कदम बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इसे ‘नस्लीय’ करार दे रहे हैं.

बुर्का और चेहरा ढकने वाले अन्य कपड़े पर प्रतिबंध लगाने के श्रीलंका के प्रस्ताव पर एक समाचार रिपोर्ट को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए, खट्टक ने कहा, ‘नकाब पर प्रतिबंध की योजना सामान्य श्रीलंकाई मुसलमानों और दुनियाभर के मुसलमानों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के रूप में काम करेगी.’

श्रीलंका में पाकिस्तान के उच्चायुक्त साद खट्टक की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब तीन दिन पहले श्रीलंका के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री सरत वीरासेखरा ने बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने को लेकर अहम कदम उठाया है. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए कैबिनेट मंत्रियों से बुर्का पर प्रतिबंध लगाने की मंजूरी देने की मांग के लिए शुक्रवार को एक पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया.

पाकिस्तान (Pakistan) के राजदूत (Ambassador) ने श्रीलंका (Sri Lanka) में बुर्का (Burqa) पहनने पर प्रतिबंध लगाने की श्रीलंका सरकार की योजना की सोमवार को आलोचना की.

उन्होंने कहा कि सुरक्षा के नाम पर इस तरह के ‘विभाजनकारी कदम’ न केवल मुसलमानों की भावनाओं को आहत करेंगे, बल्कि द्वीप राष्ट्र में अल्पसंख्यकों के मौलिक मानवाधिकारों के बारे में व्यापक आशंकाओं को भी मजबूत करेंगे.