दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के काफिले पर हुआ हमला, आम आदमी पार्टी ने बीजेपी लगाया ये आरोप

आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘गुंडों’ ने ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के काफिले पर हमला किया।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि घटना रविवार दोपहर को करीब 12 बजे गोयला डेयरी-नजफगढ़ नाला पुलिया पर हुई।हालांकि, दिल्ली भाजपा ने ‘आप’ के इस आरोप का खंडन किया है।

‘आप’ ने कहा कि दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के चावला इलाके के निवासियों ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार की नई शराब नीति का विरोध किया था। ‘आप’ ने कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि भाजपा की दिल्ली इकाई ने जैन के काफिले पर हमला करने के लिए अपने ‘गुंडों’ को तैनात किया क्योंकि उसे एहसास हो गया है कि वह आगामी नगर निकाय चुनाव हारने जा रही है।

ट्विटर पर पार्टी ने कथित हमले का एक वीडियो फुटेज भी पोस्ट किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री और ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, ”ये भाजपा है। निहायत गुंडों और लफंगों की पार्टी। जब ये हार रहे होते हैं तो अपनी औकात दिखा देते हैं। इन्हें जनता इनकी औकात बताएगी।”

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने एक बयान में कहा कि मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ कोई गुंडागर्दी नहीं हुई, चावला क्षेत्र के स्थानीय निवासियों ने केवल केजरीवाल सरकार की नई शराब नीति का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में दुखद है कि एक आंदोलनकारी, आंदोलन से पैदा हुई आम आदमी पार्टी लोगों के विरोध को बर्दाश्त नहीं कर सकती।

दिल्ली बीजेपी मीडिया रिलेशंस के प्रमुख हरीश खुराना ने भी ‘आप’ पर निशाना साधा और केजरीवाल की टिप्पणी की निंदा की। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी ने जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है कि वे भाजपा के गुंडे थे और उन्हें उनकी स्थिति दिखाई जानी चाहिए, भाजपा इसकी निंदा करती है। अरविंद केजरीवाल साहब आपको पता होना चाहिए कि वे भाजपा से नहीं थे। वे आपकी आबकारी नीति का विरोध करने वाले स्थानीय लोग थे। आप बहुत घटिया राजनीति कर रहे हैं।

‘आप’ के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने इस घटना को शर्मनाक करार दिया और इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने एक ट्वीट में पूछा, “यह बहुत शर्मनाक है। भाजपा को हार का डर सता रहा है। सत्येंद्र जैन के साथ क्या किया गया है, क्या नाटक होता, अगर यह प्रधानमंत्री के साथ किया गया होता?”

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब मंत्री नजफगढ़ से गुजर रहे थे तो कुछ लोग उनके वाहन के बोनट पर चढ़ गए और उनका विरोध किया। अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम ‘तुरंत’ मौके पर पहुंच गई। अधिकारी ने कहा कि 10-15 मिनट के भीतर रास्ता साफ कर दिया गया और वह बिना किसी व्यवधान के वह शांतिपूर्वक आगे बढ़े।

पुलिस ने बताया कि अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अगर कोई शिकायत मिलती है, तो उसके अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।