मौजूदा स्तिथि की शुरुआत 2014 में ईरान समर्थित हूथी बागियों के यमन में विद्रोह के साथ हुई, जिन्होंने कुछ ही दिनों में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया।
ऐसे में, राष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसूर हादी को भाग कर सऊदी अरब में शरण लेनी पड़ी थी। 2015 में, सऊदी अरब और यूएई ने वहां की सरकार की अनुरोध के जवाब में यमन में अल हौथिस के खिलाफ एक सैन्य अभियान शुरू किया।
उन्होंने बताया की ड्रोन और बैलेस्टिक मिसाइल नागरिकों और नागरिक वस्तुओं को निशाना बना कर दागा गया था। उन्होंने कहा की ड्रोन को यमनी हवाई क्षेत्र में ही नष्ट कर दिया गया।
सऊदी समाचार एजेंसी एसपीए ने बताया कि गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल तुर्क अल मल्की ने कहा कि, गठबंधन बलों ने रविवार सुबह Al Houthis द्वारा दागे गए बैलिस्टिक मिसाइल और बम से लदे दो ड्रोन को यमनी हवाई क्षेत्र में ही मार गिराया।
सऊदी अरब की सेना ने ईरान के नेतृत्व वाले Al Houthis द्वारा दागे गए बैलिस्टिक मिसाइल और बम से लदे दो ड्रोन को मार गिराया है। सऊदी समाचार एजेंसी एसपीए ने इसकी जानकारी दी है। ये बैलिस्टिक मिसाइल और बम से लदे दो ड्रोन ईरान के नेतृत्व वाले Al Houthis ने रविवार को सुबह के समय सऊदी के ओर दागे थे।