होने जा रहा उत्तराखंड के नए सीएम का ऐलान, नाम जानकर लोग हुए हैरान

हालांकि इसके बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की कार्यशैली और उनके व्यवहार को लेकर पार्टी के ज्यादातर विधायकों से लेकर जनता तक सवाल उठाने लगी. गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी और फिर मंडल घोषित करना रावत को महंगा पड़ा. केंद्रीय नेतृत्व को आखिराकर उन्हें हटाना पड़ा.

2017 में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई और आलाकमान ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए लंबे समय तक आरएसएस प्रचारक रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत के हाथों में सत्ता की बागडोर थमा दी. रावत के कुर्सी संभालते ही विरोधी सुर जरूर उठे, लेकिन पार्टी में ऊपर तक सीधी पकड़ के चलते त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी मजबूत खड़ी रही.

बता दें कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को अपना इस्तीफा दे दिया था. रावत ने खुद मीडिया को इस बात की जानकारी दी कि वो इस्तीफा दे रहे हैं.

सीएम रावत के खिलाफ विरोधी गुट के सुर लगातार तेज होते चले गए और इस बार पार्टी आलाकमान के कानों तक भी बात पहुंच गई, जिसके बाद खुद सीएम को दिल्ली तलब किया गया. दिल्ली में रावत को हटाए जाने के फैसले पर मुहर लगाई गई.

उत्तराखंड में सीएम के पद से त्रिवेंद्र सिंह की विदाई के बाद अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर कौन होगा अगला मुख्यमंत्री. बुधवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में विधायक दल की बैठक चल रही है.

जहां नए नेता का चुनाव किया जाएगा. इस बैठक में उत्तराखंड के बीजेपी के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसद मौजूद हैं. केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी बैठक मौजूद हैं.