कोरोना के बीच तेजस्वी यादव ने किया ये काम, जानकर सीएम नीतीश कुमार हुए हैरान

अपने बयान में तेजस्वी यादव ने कहा था कि यह चुनाव का समय नहीं है। क्योंकि पूरा बिहार कोरोना की चपेट में है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव को लेकर चिंतित क्यों हैं?

मुख्यमंत्री चाहते हैं कि बिहार विधान सभा चुनाव लाशों के ढेर पर हो। सरकार पर हमला करते हुए तेजस्वी ने आगे कहा कि जो हालात जुलाई में बदतर हैं वो अगस्त और सितंबर में और खराब होने वाले हैं।

ऐसे में मुख्यमंत्री को चुनाव से ज्यादा चिंतित होना चाहिए। कोरोना के ऐसे महत्वपूर्ण समय में, नीतीश कुमार चुनाव को लेकर घबराए हुए हैं, वे अपनी समस्याओं को दिखाते हैं। नीतीश को डर है कि कहीं राष्ट्रपति शासन के तहत चुनाव न हो जाएं और उन्हें इसका नुकसान पढ़ लेना चाहिए।

पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी एक आभासी रैली के माध्यम से चुनाव अभियान की शुरुआत की है। वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव, जिन्हें महागठबंधन का संभावित चेहरा माना जाता है, वे कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव कराने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन इससे बचना चाहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि तेजस्वी को कोरोना या चुनावों से डर लगता है।

कोरोना वायरस के कारण बिहार विधानसभा चुनावों में तेजी आ रही है। बिहार चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग को कई सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। लेकिन बिहार में राजनीतिक दलों ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है।