जीत का फायदा उठाकर इस नेता ने शाहीन बाग में किया ऐसा, दोनों को पहुंचाया…

मानें तो बीजेपी ने जब आक्रामक चुनाव प्रचार में शाहीन बाग के मुद्दे को जोरशोर से उठाया तो उसके बाद से ही अल्पसंख्यक वोटर्स नहीं बंटे और एकजुट होकर वोट आम आदमी पार्टी को कर गए।

 

आमूमन तौर पर अल्पसंख्यक वोट्स कांग्रेस को मिलते रहे हैं, लेकिन इस बार ‘आप’ ने इन वोटों में सेंध लगा दी। चुनाव आयोग के अनुसार, आम आदमी पार्टी को इस बार तकरीबन 54 फीसदी वोट मिल रहे हैं। हालांकि, पार्टी को कुछ सीटों का नुकसान जरूर हुआ है।

पिछले 2015 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 67 सीटें जीती थीं। लेकिन अब वह 57 सीटों के आसपास है।

आम आदमी पार्टी दिल्ली में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। दो बजे तक के रुझानों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी 50 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है। पार्टी की इस जीत के पीछे कई वजहें हैं।

राजनैतिक जानकारों के मुताबिक, भले ही बीजेपी के सुधरे प्रदर्शन की वजह सीएए के विरोध में शाहीन बाग के जारी प्रदर्शन हो लेकिन इसका फायदा आम आदमी पार्टी को भी मिला है।

हालांकि, पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दोनों दलों के मुकाबले कहीं नहीं दिखाई दी कांग्रेस का बंटाधार होता दिख रहा है। अब तक के रुझानों में कांग्रेस को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिल रही है।