महेंद्र सिंह धोनी के किस्से हमेशा ही बाहर आते रहते है. वहीं गावसकर ने एक अंग्रेजी अखबार में लिखे अपने कॉलम में गावसकर ने धोनी की सादगी का एक बहुत ही प्यारा किस्सा बयां किया है। गावसकर ने लिखा है कि धोनी चार्टज फ्लाइट में भी बिजनस क्लास में नहीं बैठते थे।
उन्होंने लिखा कि भारतीय कप्तान होने के बावजूद धोनी टीवी क्रू के साथ इकॉनमी में सफर करते थे।भारतीय क्रिकेट टीम में टॉप-परफॉर्म करने वाले खिलाड़ियों को घरेलूल उड़ानों में भी सीमित बिजनस क्लास सीटें मिलती हैं। धोनी जो उस समय भारत के चोटी के खिलाड़ी थे वह इस विकल्प का इस्तेमाल नहीं करते थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाडी और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सादगी के किस्से बहुत मशहूर हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार से लेकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे कामयाब कप्तानों में शुमार होने का सफर तय किया। धोनी की इस सादगी के मुरीद तो महान बल्लेबाज सुनील गावसकर भी हैं।