बुजुर्गों के लिए खतरा बनी ये बीमारी , भूलकर भी न रखे घर से बाहर कदम

इससे पहले WHO के आपातकालीन कार्यक्रमों के निदेशक डॉ माइकल रेयान (Dr. Michael Ryan) ने कहा कि यह सोचना असामयिक और अवास्तविक होगा कि साल के अंत तक महामारी रुक जाएगी.

लेकिन यह हो सकता है कि हाल में आए प्रभावी वैक्सीनों से बीमारी की वजह से लोगों के अस्पताल में भर्ती होने और मौत के मामलों में काफी गिरावट आए. उन्होंने कहा, फिलहाल दुनिया का एक मात्र लक्ष्य कोविड-19 के प्रसार को जहां तक हो सके कम रखना होना चाहिए.

वहीं दूसरी ओर पिछले कुछ दिनों से महाराष्‍ट्र और केरल के अलावा देश के कई हिस्‍सों में कोविड के मामले बढ़े हैं. राजधानी दिल्‍ली में मंगलवार को एक्टिव मरीज़ों की संख्या ने भी 1400 का आंकड़ा पार कर लिया.

दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 39,733 लोगों ने कोरोना टेस्ट करवाया, इनमें से 175 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली. इसके अलावा पंजाब, गुजरात और कर्नाटक में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.

हालांकि, वायरस से मौत का आंकड़ा दूसरे दिन 100 से नीचे रहा, मंगलवार को देश में 98 लोगों की मौत हुई. सोमवार को इस वायरस के कारण 91 लोगों की मौत हुई थी, इसके साथ भारत में कोविड-19 से संक्रमित लोगों का कुल मामला 1,57,387 हो गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक जिले में जनवरी में जहां 36 लोगों की मौतें हुई थीं तो वहीं फरवरी में ये आंकड़ा 26 था. जनवरी में जिन 36 लोगों की मौत हुई उनमें 24 लोग 60 साल से ऊपर के थे .

जबकि फरवरी में 21 लोग 60 साल से ऊपर के थे. ऐसे में ये देखा जा रहा है कि 60 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों में कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा है.

एक तरफ जहां देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण बड़े पैमाने पर शुरू हो गया है तो वहीं दूसरी ओर कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं.

लुधियाना में जनवरी में 997 कोरोना के मामले सामने आए हैं जबकि फरवरी में 1319 मामले सामने आए. इसी के साथ जिले में कोरोना के मामलो में एक महीने में 75 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. हालांकि इस दौरान मरने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.