चीन ने जिस तरह से हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में बदलाव किया है, उससे लोगों में काफी गुस्सा है। लोगों की आवाज दबाने में लगे चीन के लिए अब यह कानून आने वाले समय में सिरदर्द बनेगा।
इन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कानून से राजनीतिक स्वतंत्रता और नागरिक स्वतंत्रता को खतरा है। यहां पर कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस द्वारा जमीन पर गिरते हुए देखा जा सकता है और काली मिर्च स्प्रे व छर्रों का उपयोग किया गया।
इससे पहले, चीन के विवादास्पद राष्ट्रगान विधेयक को रोकने के लिए विधायिका के बाहर एक विशाल प्रदर्शन किया गया, जिसको पुलिस ने नाकाम कर दिया। उस समय चीन की संसद में उस कानून पर दूसरी बहस शुरू हुई थी.
जिसमें ‘चीन के राष्ट्रगान,’ का अपमान करने के लिए तीन साल तक की जेल की सजा का प्रावधान करने की बात कही गई है। पुलिस ने बताया कि लगभग 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने आस-पास की सड़कों पर कब्जा कर लिया और यातायात को अवरुद्ध किया, इन्होंने सामाजिक शांति को बाधित करना।
कहा जाता है कि आप जैसा बोएंगे, वैसा ही काटेंगे। यह कहावत चालबाज चीन के लिए एकदम सटीक बैठती है। दुनिया को परेशान करने में लगा चीन अब खुद ही अपने घर में घिरता जा रहा है।
चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ हांगकांग में लोग बढ़ी तादाद में सड़क पर उतर गए हैं, जिसके बाद पुलिस को बड़ी संख्या में आकर इनको गिरफ्तार करना पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार, हांगकांग में लगभग 250 लोगों को गिरफ्तार किया।