पिछले 24 घंटों में सामने आए कोरोना के इतने मामले , 733 लोगों की हुई मौत

देश में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। त्योहारों के मौसम में कोरोना का बढ़ता खतरा देख विशेषज्ञ भी चेतावनी दे चुके हैं। कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी फिर से बढ़ता दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों ने त्योहार के मौसम को देखते हुए चेतावनी दी है कि अगर कोरोना गाइडलाइन्स का कड़ाई से पालन नहीं किया गया तो स्थिति बिगड़ सकती है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 16 हजार मामले सामने आए हैं और कुल 733 लोगों की मौत हुई है। इसमें सबसे ज्यादा मौतें केरल में हुई है। केरल में कोरोना से कुल 622 लोगों की जान गई है।

हालांकि केरल में 622 मौतों में से 93 पिछले कुछ दिनों में दर्ज की गई हैं, जबकि 330 मौतें ऐसी थीं जिनकी पुष्टि पिछले साल 18 जून तक पर्याप्त दस्तावेज की कमी के कारण नहीं हुई थी और 199 को नए सुप्रीम कोर्ट के आदेश और केंद्र के दिशानिर्देशों के आधार पर कोरोना डेथ के रूप में माना गया।

कोरोना में वायरस से होने वाली मौतों के कारण देशभर में कोरोना डेथ का ग्राफ बढ़ गया है। केरल में लगातार कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। देशभर में बीते कई दिनों से मामलों में गिरावट देखने के बाद अब केसों में आया यह मामला उछाल चिंता का विषय हो सकता है।

बता दें कि पिछले कई दिनों से देश में कोरोना के मामले 20 हजार से कम दर्ज किए जा रहे हैं। वहीं साथ ही एक्टिव केसों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि वर्तमान में देश के भीतर एक्टि केसों की संख्या 1, 60, 989 हैं।

इसके अलावा सरकार लगातार कोरोना मामलों की पहचान करने के लिए टेस्टिंग कर रही है। पिछले 24 घंटों में 12,90,900 कोरोना टेस्ट किए गए। अभी तक कुल 60, 44,98,405 टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं कोरोना से लोगों को सुरक्षा देने के लिए देश में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।

देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,60,989 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.47 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,672 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.20 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है।