चीन ने लिया विकराल रूप, इस देश की तरफ दागी मिसाइल

अमेरिका और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर में अन्तर्राष्ट्रीय जल मार्ग और इसके सीमावर्ती देशों की संप्रभुता ले कर ठन गई है। चीन की ओर से बुधवार की सुबह विवादास्पद दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के टोही विमानों को सतर्क किए जाने के इरादे से दो मिसाइलें दागीं.

अमेरिका के वाणिज्य विभाग का आरोप है कि चीन की दो दर्जन बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम सैन्य ठिकाने बनाने में चीनी सैन्य अधिकारियों की मदद की है।

इन कृत्रिम सैन्य ठिकानों की दुनिया भर में भर्तस्ना हो चुकी है। अमेरिका के विदेश विभाग ने भी उन चीनी व्यक्तियों अथवा ंके विरुद्ध अमेरिका आने पर वीज़ा पर रोक लगाएगी।

तो अमेरिका ने भी फ़ौरी कार्रवाई में दो दर्जन बहुराष्ट्रीय कंपनियों और अनेक शीर्ष अधिकारियों के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगा कर एक तगड़ा संदेश देने की कोशिश की है कि वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अन्तरराष्ट्रीय जहाज़ों की आवाजाही के लिए बाधक नही बनें।

तिब्बत का शासन तिब्बत स्वायत्तशासी प्राधिकार (टीएआर) चलाता है जिसमें अधिकारियों की नियुक्ति चीन की सहमति से होती है। तिब्बत में आध्यात्मिक गुरु के रूप में पूजा जाता है .

जबकि वह 1959 में भारत चले गए थे। भारत और चीन के बीच तिब्बत स्वतंत्र राष्ट्र था लेकिन 1950 में चीन ने उस पर कब्जा कर लिया था। तिब्बत की सीमा भारत, भूटान और नेपाल से लगती है।

चिनफिंग ने कहा कि हमारा प्रयास है कि एकजुट, संपन्न, सांस्कृतिक रूप से उन्नत, भाईचारे वाले खूबसूरत तिब्बत का निर्माण हो। कम्युनिस्ट पार्टी की नीतियों के अनुसार तिब्बत का शासन चलाए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए चिनफिंग ने कहा, हम उसी के जरिये आधुनिक समाजवादी तिब्बत का निर्माण कर सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा, शांति और स्थिरता बनाए रखने पर जोर देते हुए चिनफिंग ने कहा, हम अच्छा पर्यावरण, सीमाओं की सुरक्षा और सीमावर्ती इलाकों को सुविधापूर्ण बनाने का प्रयास जारी रखेंगे।

चीन में राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने आधुनिक समाजवादी तिब्बत की स्थापना का आह्वान किया है। कहा है कि अलगाववादियों और प्रगतिवादियों के बीच अभेद्य दीवार खड़ी कर दी जाएगी जिससे अलगाववाद का दुष्प्रभाव तिब्बत पर न पड़े।

साथ ही तिब्बत की बौद्ध विचारधारा को चीन की मान्यता के अनुरूप बनाया जाएगा। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के तौर पर चिनफिंग ने यह बात पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति की तिब्बत पर आयोजित कार्यशाला में कही।