प्रिय ग़्राह्क,
!!!सावधान!!! दूरभाष/ एसएमएस/ ईमेल/ सोशल मीडिया से सूचित पुरस्कार/लॉटरी/गिफ्ट/ नौकरी/सस्तीवस्तु उपलब्ध कराने वाले प्रस्ताव के लालच में न आयें एवं संबंधित शुल्क/कर/ अग्रिम की राशि खाते में जमा मांगने वाले धूर्त प्रयासों से खुद भी बचें व दूसरों को भी बचाएं .
अपने खाते से संबंधित जानकारी अंजान व्यक्तियों से कदापि साझा न करें. इनका गैरकानूनी इस्तेमाल किया जा सकता है.
हमारे बैंक या हमारे कोई प्रतिनिधि, ग़ाह्को के व्यकतिगत जानकारी जैसे कि एटीएम पि/ इंटरनेट पासवर्ड, वन टाईम पासवर्ड/ सीवीवी संख्या के लिए कभी भी ई-मेल/ एसएमएस / दूरभाष का इस्तेमाल नहीं करते है.
आप इस तरह के लुभावने प्रस्ताव / घटना की सूचना नजदीकी बैंक शाखा एवं पुलिस अधिकरी के पास अविलम्ब दे.
इसलिए जारी किया संदेश
एसबीआई ने यह संदेश इसलिए जारी किया है, क्योंकि साइबर फ्रॉड कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. साइबर क्रिमिनल एसबीआई का कर्मचारी बनकर अभी भी लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
कार्ड ब्लॉक करने की देते हैं धमकी
फोन के जरिए कार्ड अपडेट करने के बहाने लोगों से उनका कार्ड नंबर, सीवीवी व एटीएम पिन की जानकारी मांगी जाती है. जब कोई ग्राहक नंबर नहीं देता है तो फिर उसका कार्ड ब्लॉक करने की धमकी भी दी जाती है. धमकी देने के बाद कई ग्राहक भय जाते हैं व अपनी सभी जानकारी दे देते हैं. इसके बाद उनका खाता खाली हो जाता है. इस तरह के करोड़ों मामलें पुलिस व बैंक के पास आते हैं, लेकिन हल नहीं निकलता है.