फिलहाल इन विभागों में गिरी गाज
इंजीनियरिंग, सुरक्षा व सेल्स में कार्यरत करीब 15 लोगों को कंपनी ने बिना नोटिस दिए निकलने के लिए कह दिया है. यह लोग मैनेजर या फिर जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं.
खड़े किए आठ विमान
कंपनी ने इसके अतिरिक्त खर्चों में कटौती करने के लिए अपने आठ विमानों को फिल्हाल परिचालन से हटा लिया है. यह विमान फिल्हाल चेन्नई व मुंबई एयरपोर्ट पर खड़े हैं. जिन विमानों को कंपनी ने खड़ा कर दिया है उनमें एयरबस ए330, बोइंग 777, दो बोइंग 737 व तीन एटीआर शामिल हैं. इनमें से कई विमानों से इंजन को भी निकाल लिया गया है, जिससे लगता है कि यह 6 महीने से ज्यादा समय के लिए खड़े रहेंगे.
16 हजार कर्मचारी
जेट एयरवेज में फिल्हाल 16 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. फिल्हाल 100 लोगों की सूची तैयार की गई है. 40 लोगों को कंपनी ने अगस्त में बाहर का रास्ता दिखा दिया था.फिल्हाल जेट एयरवेज के पास 124 प्लेन हैं. कंपनी पर कर्मचारियों की सैलरी पर होने वाला खर्च पिछले पांच वर्षों में 53 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुका है.
समय पर नहीं मिल रही है सैलरी
इन संकटों के बीच कर्मचारियों को सैलरी भी समय पर नहीं मिल पा रही है. अगस्त, सितंबर व अक्तूबर में सैलरी में 20 दिन की देरी देखने को मिली है. कई कर्मचारियों को अक्तूबर में 22 दिन बीतने के बाद भी सैलरी नहीं मिली है.