यूपी में तेजी से बढ़ रहा ब्लैक फंगस का खतरा, अब तक मिले 76 केस

मेरठ में ब्लैक फंगस के 5 और मरीज़ मिले हैं. मेरठ में अब तक ब्लैक फंगस के 8 मरीज हैं. इनमें से 4 मरीजों का निजी अस्पताल में इलाजहो रहा है, वहीं 3 मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. एक अन्य मरीज को उसके परिजन दूसरे अस्पताल ले गए हैं.

उधर ब्लैक फंगस इंफेक्शन के खतरे को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों से इस पर रणनीति बनाकर रिपोर्ट तलब की है. फिलहाल इलाज के लिए गाइडलाइन आदि की तैयारी में जुटी हुई है.

डॉक्टरों की सलाह है कि जो मरीज आईसीयू में रहकर घर लौटे हैं, उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. ब्लैक फंगस खून के जरिए आंख, दिल, गुर्दे और लिवर पैंक्रयाज पर हमला बोलता है.

लखनऊ के केजीएमयू के लिंब सेंटर और गांधी वार्ड में मरीजों का इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार कानपुर में दो और लखनऊ में एक मरीज की जान जा चुकी है. वहीं मथुरा में दो मरीजों की आंख की रोशनी जाने की सूचना है.

वाराणसी के बीएचयू में भी डॉक्टर इससे निपटने में जुटे हुए हैं. यहां इंफेक्शन से जूझ रही एक महिला की जिंदगी उन्होंने किसी तरह बचाई. डॉक्टरों को उसके आधा चेहरा हटाना पड़ गया.

कोरोना संक्रमण (COVID-19 Infection) से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस इंफेक्शन (Black Fungus Infection) ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. यूपी में अब तक अलग-अलग जिलों में 76 मरीज मिले हैं. इनमें तीन जान गंवा चुके हैं.

सबसे ज्यादा 23 केस वाराणसी (Varanasi) में सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि इनमें आसपास के जिलों से आए केस भी शामिल हैं. वहीं राजधानी लखनऊ (Lucknow) में 17 केस अब सामने आए हैं. लखनऊ लोहिया संस्थान में इस इंफेक्शन ने एक महिला की जान ले ली है.