ब्रिटेन में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले , वैज्ञानिक भी चिंतित

ब्रिटेन में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के चलते जहां बोरिस जॉनसन सरकार टेंशन में है वहीं अमेरिकी वैज्ञानिक भी चिंतित हैं। पूर्व अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन आयुक्त स्कॉट गॉटलिब ने ब्रिटेन में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बाद डेल्टा संस्करण के एक उत्परिवर्तन जिसे डेल्टा प्लस के रूप में जाना जाता है को लेकर “तत्काल शोध” का आह्वान किया है । गोटलिब ने एक ट्वीट में कहा, “हमें यह पता लगाने के लिए तत्काल शोध की आवश्यकता है कि क्या यह डेल्टा प्लस अधिक तेजी से फैलता है या आंशिक।”

उन्होंने कहा कि कोई स्पष्ट संकेत नहीं है कि यह काफी अधिक पारगम्य यानि तेजी से फैलता है लेकिन हमें इन और अन्य नए रूपों को और अधिक तेज़ी से चिह्नित करने के लिए काम करना चाहिए और इसके हमारे पास साधन भी हैं।

ब्लूमबर्ग के कोरोनावायरस ट्रैकर के अनुसार, पिछले छह हफ्तों में वायरस से होने वाली साप्ताहिक मौतें अन्य प्रमुख पश्चिमी यूरोपीय देशों की तुलना में 800 से अधिक हैं। आज तक ब्रिटेन में लगभग 140,000 कोविड से संबंधित घातक परिणाम दर्ज किए गए हैं। डेल्टा प्लस स्ट्रेन में K417N म्यूटेशन शामिल है जिसने चिंता को बढ़ा दिया है क्योंकि यह बीटा वेरिएंट द्वारा भी प्रभाविित है जो कि पुन: संक्रमण के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है।

गौरतलब है कि ब्रिटेन के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि, वैक्सीन के चलते पहली की लहरों की तुलना में यह संख्या कम नजर आ रही है। हाल के सप्ताहों में कोरोना से मरने वालों की संख्या स्थिर रही है, हालांकि चिंताएं बढ़ रही हैं कि मामलों में वृद्धि से अधिक मौतें हो सकती हैं। डराने वाली बात ये है कि ब्रिटेन में स्कूल खुलने के बाद से तेजी से मामले बढ़े हैं।बताया जा रहा है कि ब्रिटेन में बच्चों को वैक्सीन काफी धीमी गति से लगाई जा रही है।