देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए रेलवे ने शुरू किया ये काम , जानकर लोग हुए हैरान

देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण बढ़ने को देखते हुए भारतीय रेलवे ने जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन एवं अन्य बड़े उपकरणों की आपूर्ति के लिए कमर कस ली है।

भारत के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक ओमिक्रॉन संक्रमण के 653 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 186 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। ओमिक्रॉन के महाराष्ट्र में सर्वाधिक 167 मामले पाए गए हैं। इसके बाद दिल्ली में 165, केरल में 57, तेलंगाना में 55, गुजरात में 49 और राजस्थान में 46 मामले सामने आए हैं।

जानकारी के अनुसार, रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल महाप्रबंधकों को कहा है कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) के परिवहन के लिए क्रायोजेनिक टैंकरों एवं कंटेनरों, ऑक्सीजन संयंत्रों आदि के परिवहन एवं राज्य सरकारों द्वारा फ्रेट एडवांस स्कीम को लेकर रेलवे के दिशानिर्देश 15 जनवरी तक के लिए थे, लेकिन मौजूदा परस्थितियों के मद्देनजर इसकी समीक्षा की गई और इन दिशानिर्देशों को आगे तीन महीने के लिए बढ़ा गया है।

भारतीय रेलवे ने जिन राज्यों में ऑक्सीजन की कमी थी, वहां इसकी आपूर्ति के लिए इस साल 18 अप्रैल को ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की शुरुआत की थी। करीब 480 ऑक्सीजन एक्सप्रेस चला कर 35000 टन से ज्यादा ऑक्सीजन 15 राज्यों को पहुंचाई गई थी। रेलवे ने इसके अलावा चार हजार से अधिक कोचों को कोविड केयर कोच में बदल कर देश के अनेक शहरों में स्टेशनों पर तैनात किया था।