रेलवे ने बदला अपना ये नियम , प्रारम्भ होने जा रही ये सेवा

इनकी वापसी से इंडियन रेलवे वे भी खुश हैं, क्योंकि स्पशेल ट्रेनें दिल्ली एवं मुबंई से तो फुल जा रही हैं लेकिन वापसी ज्यादातर खाली ही लौट रही हैं. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के अनुसार यह इंडियन रेलवे वे एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक अच्छा इशारा माना जा रहा है.

 

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पत्रकार बातचीत में बोला कि जल्दी ही कुछ व विशेष ट्रेनें चलाई जाने की आसार है.

इसके लिए प्रदेश सरकारों से बात चल रही है व उनकी मांग, यात्रियों की संख्या तथा कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए निर्णय किया जाएगा. उन्होंने बोला कि जो विशेष ट्रेन अभी चल रही है.

वह चलती रहेगी व इनमें यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है. इन 230 ट्रेनों में 78 ट्रेनों में सौ फीसदी यात्रियों की संख्या है, जबकि 43 ट्रेन में यह 75 से 100 फीसद है. 27 ट्रेन में 50 से 75 फीसद व 29 ट्रेन में 30 से 50 फीसद के बीच है.

यादव ने बोला कि रेलवे वैसे सामान्य नियमित ट्रेन सेवा प्रारम्भ करने नहीं जा रही है, लेकिन मौजूदा विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी. हालांकि यह विभिन्न राज्यों में कोरोना की स्थिति व राज्यों की मांग पर निर्भर करेगी.

मुबंई, दिल्ली एवं गुजरात छोड़कर अपने गांव लौटे प्रवासी श्रमिक एवं कामगार फिर अपने कार्य पर लौटने लगे हैं. यादव ने बोला कि स्पेशल ट्रेनों में वापसी ( बड़े शहरों की तरफ) में भी अब यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है.

यूपी से गुजरात व मुंबई एवं बिहार से गुजरात व मुंबई व पश्चिम बंगाल से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों में लगातार यात्री बढ़ रहे हैं.कोविड-19 के चलते हुए देशव्यापी लॉकडाउन में अपने घरों को जाने वाले प्रवासी श्रमिक अब वापस शहरों की तरफ लौटने लगे है.

रेल बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने बोला है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से मुंबई और गुजरात की ट्रेनों में भीड़ आ रही है, जो श्रमिकों की कार्य पर वापसी का इशारा है.