राहुल गांधी का बड़ा बयान, कहा – बनाना नहीं, सिर्फ बेचना जानती है यह सरकार

सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। गौरतलब है कि इन एयरपोर्ट्स का पहले से ही निजीकरण हो चुका है और इनमें विमान पत्तन प्राधिकरण (AAI) के माध्यम से सरकार की आंश‍िक हिस्सेदारी अभी बची है।

बता दें कि मोदी सरकार के द्वारा हवाई अड्डों के निजीकरण के पहले दौर में अडानी समूूह ने पिछले साल छह हवाई अड्डों ‘लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी’ के परिचालनके लाइसेंस हासिल किया था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत काम करने वाला एएआई देश भर में 100 से अधिक हवाई अड्डों का मालिक है और उनका प्रबंधन करता है।

मोदी सरकार दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और हैदराबाद एयरपोर्ट में अपनी बची हुई हिस्सेदारी बेचने की योजना तैयार कर रही है। सरकार ने संपत्तियों की बिक्री कर 2.5 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना तैयार की है। इसी के तहत इन हवाईअड्डों में सरकार अपनी बाकी बची हिस्सेदारी भी बेचना चाह रही है।

कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा, ‘बनाना नहीं, सिर्फ़ बेचना जानता है।’ राहुल गांधी ने #IndiaAgainstPrivatisation के साथ आगे लिखा मोदी सरकार के इन फैसलों से आम जनता को नुकसान होगा और उनके मुट्ठी भर साथियों को फायदा पहुंचेगा।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एक बार फिर से हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर देश के चार बड़े एयरपोर्ट में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी बेचने वाली खबर को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।

उन्होंने ने ट्वीट कर लिखा कि ये मोदी सरकार को सिर्फ बेचना आता है, यह सरकार कुछ बनना नहीं जानती। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में अखबार की उस खबर को भी पोस्ट किया जै जिसमें केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और हैदराबाद एयरपोर्ट में अपनी बची हुई हिस्सेदारी बेचने की योजना तैयार करने वाली खबर छपी है।