राहुल गाँधी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, कही ये बड़ी बात

इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी बढ़ाने का विरोध किया था. उन्होंने शनिवार को कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत मुफ्ती की नजरबंदी बढ़ाना कानून का ही उल्लंघन नहीं है बल्कि नागरिकों को मिले संवैधानिक अधिकारों पर भी हमला है.

प्रियंका गांधी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “हिंदुस्तान के संविधान और लोकतंत्र में आस्था रखने वाले नेताओं के साथ केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा रवैया तानाशाही का प्रतीक है. भाजपा सरकार लोकतंत्र की सबसे मजबूत शैली ‘बातचीत’ से नजरें चुराने के लिए नेताओं की नजरबंदी को अपना हथियार बना रही है.”

वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके कहा कि महबूबा मुफ्ती को नजरबंद रखना आलोकतंत्रिक और असंवैधानिक है. उन्हें रिहा करना चाहिए.

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “लोकतंत्र को उस समय ज्यादा नुकसान पहुंचता है जब भारत सरकार गैरकानूनी तरीके से सियासी दलों के नेताओं को हिरासत में लेती है. ये बेहद सही समय है जब महबूबा मुफ्ती को छोड़ा जाए.”

कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करके पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की रिहाई की मांग की है.