पुरानी बाइक खरीदते समय रखे इन बातों का ख्याल , वरना हो जायेंगे परेशान

पुरानी बाइक की फोटो ध्यान से देखें और हर डीटेल पर गौर करें। ओडोमीटर रीडिंग्स और इंश्योरेंस जैसी जानकारी ध्यान से पढ़ें। गाड़ी के बारे में आप जितना जान लेंगे उतना अच्छा होगा। रजिस्ट्रेशन नंबर मांगकर Vahan पोर्टल पर मालिक का नाम और चालान की जानकारी भी चेक कर लें।

जब आपको कोई बाइक पसंद आ जाती है, तब डॉक्यूमेंट्स की पूरी जानकारी लें। बाइक कितने समय से उनके पास है, कितनी चल गई है और क्यों बेच रहे हैं, ये सवाल जरूर करें और जवाब भी ध्यान से सुनें। बाइक को पूरी तरह चेक करें।

 बाइक खरीदने से पहले उसे कम से कम 5-10 किलोमीटर चलाएं। कोशिश करें की सीधी रोड पर बाइक चलाने की बजाय ट्रैफिक में गाड़ी चलाएं। इससे आपको बाइक की परफॉर्मेंस, इंजन और ब्रेकिंग और माइलेज का सटीक अंदाजा हो जाएगा। बाइक की हेडलाइट, इंडिकेटर्स, हॉर्न, टायर कंडिशन, ब्रेक्स जैसे पार्ट्स को भी जरूर चेक करें।

नई गाड़ी खरीद रहे हों या पुरानी गाड़ी। आपको हमेशा अपनी जरूरत के हिसाब से गाड़ी खरीदनी चाहिए न की ऑफर के लालच में या किसी और की बातों में आकर। इसलिए सबसे पहले यह तय करें कि आपको कैसी बाइक चाहिए।

इसके बाद अपना बजट भी तय कर लें और इंटरनेट या बाजार में मौजूद बाइक्स के ऑप्शन को देखना शुरू करें। दोनों की कीमतों में फर्क समझें और पुरानी गाड़ियों की कीमतों का अनुमान लगाएं।

भारत में BS-6 इंजन आने के बाद बाइक और कार की गुणवत्ता जरूर बेहतर हुई है, पर इससे नई गाड़ियों की कीमत भी काफी बढ़ गई है। BS-4 में जो गाड़ियां आसानी से 70 हजार रुपए में मिल जाती थी।

आज उनकी कीमत 1 लाख के करीब पहुंच रही है। ऐसे में सेकेंड हैंड खरीदना भी खराब निर्णय नहीं होगा। बशर्ते आपको पुरानी बाइक कैसे खरीदनी है यह पता होना चाहिए। सेकेंड हैंड बाइक लेते समय इंटरनेट पर सही ऑप्शन चुनने से लेकर सही कीमत का अंदाजा लगाना और सभी डीटेल्स चेक करने में काफी समय लगता है।

कई बार गाड़ियों के बड़े से बड़े जानकार भी पुरानी गाड़ी खरीदने में ठग जाते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि पुरानी गाड़ी खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।