चुनाव वाले राज्यों में प्रियंका गांधी करने जा रही ये काम, राहुल गांधी को किया पीछे

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ये सूची जिला और राज्य स्तर के नेताओं से बात करने के बाद तैयार की गई है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी जहां दक्षिणी राज्यों — तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में ज्यादा ध्यान केंद्रित करेंगे, वहीं उनकी बहन प्रियंका गांधी पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव प्रचार करेंगी।

चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार करने के लिए कांग्रेस नेताओं की एक बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि प्रियंका गांधी पार्टी के लिए जमकर प्रचार करेंगी। इसके लिए उनके कार्यक्रम और प्रचार की तारीख भी तय कर दी गई है।

हालांकि सोनिया गांधी कोई रैली नहीं करेंगी, लेकिन वो वीडियो के जरिए जनता तक अपना संदेश पहुंचाएगी, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अर्थव्यवस्था की दुर्दशा को उजागर करने के लिए उन राज्यों में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे जहां चुनाव होने हैं।

कांग्रेस ने बेरोजगारी, किसानों की दुर्दशा और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ आम लोगों से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए एक अलग रणनीति बनाई है।

वह पहले ही असम में दो दिनों के लिए प्रचार कर चुकी हैं, जहां उन्होंने चाय बगान में काम करने वालों से मुलाकात की और प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर का दौरा किया। इसके अलावा प्रियंका गांधी ने जनसभाओं को भी संबोधित किया और लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की।

उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में लोगों को यह आश्वासन भी दिया कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो विवादास्पद नागरिकता संशोधन कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा।

कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल और असम के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है, जिसमें पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हैं।

राहुल गांधी के बाद असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में चुनाव प्रचार के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा की मांग बढ़ने लगी है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रत्येक राज्य इकाई चाहती है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव वाले राज्यों में प्रचार करें। 2019 में राजनीति में उनकी शुरूआत के बाद यह पहली बार है जब प्रियंका गांधी प्रचार अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंगी।