गरीबों के लिए पीएम मोदी ने शुरू किया ये बड़ा काम, जानकर लोग हुए हैरान

इस योजना के तहत गर्भावस्था देखभाल व मातृ स्वास्थ्य सेवाएं, नवजात व शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, बाल स्वास्थ्य, जीर्ण संक्रामक रोग, गैर संक्रामक रोग, मानसिक बीमारी का प्रबंधन, दांतों की देखभाल, बुजुर्ग के लिए इमरजेंसी चिकित्सा जैसी स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल किया गया है।

 

हाल ही में प्राप्त एक आंकड़े के अनुसार आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा का फायदा उठाने वाले लोगों की संख्या 20 लाख पार कर चुकी है। साथ ही अभी तक कुल 3.7 करोड़ लाभार्थियों को योजना के तहत ई-कार्ड जारी किए गए हैं।

सरकार ने इस योजना में करीब 15,400 अस्पताल को भी जोड़ा है। जिनमें से 50 फीसदी व्यक्तिगत अस्पताल हैं। वहीं ‘ आयुष्मान भारत ‘ योजना व्यक्तिगत अस्पतालों व बीमा कंपनियों के लिए संजीवनी बन चुकी है।

प्रख्यात अमेरिकी उद्योगपति बिल गेट्‍स ने भी आयुष्मान भारत योजना की तारीफ की है। आयुष्मान भारत योजना में नरेन्द्र मोदी सरकार ने महिला, बच्चे व सीनियर सिटीजन को अधिक तरजीह दी जा रही है।

आयुष्मान भारत योजना की सबसे बड़ी विशेषता में शामिल होने के लिए परिवार के आकार व आयु का कोई बंधन नहीं है। सरकारी अस्पताल व पैनल में शामिल अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों का कैशलेस व पेपरलेस उपचार किया जाएगा।

कोरोना महामारी से देश हिल गया है। हर किसी को बस अपनी जान बचाने की पड़ी है। सरकार कोरोना से लड़ने में पूरी मदद कर रही है। इस स्कीम के तहत मुफ्त में कोरोना का उपचार की किया जा रहा है।

बता दें कि पीएम नरेद्र मोदी ने गरीबों के मुफ्त उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना को प्रारम्भ की है। आयुष्मान भारत योजना वास्तव में हिंदुस्तान सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है।

जिसके तहत गरीब लोगों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक के उपचार के लिए कैशलेश कवरेज प्रदान किया जाता है। इस योजना के द्वारा लाभ पाने वाले सार्वजनिक व व्यक्तिगत दोनों तरह के अस्पतालों में उपचार की सुविधा प्राप्त कर सकता है। उपचार का बिल पैकेज रेट के आधार पर किया जाएगा।