पीएम मोदी ने सहारनपुर में जनसभा को किया संबोधित , गन्ना किसानों से कहा ऐसा…

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सहारनपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने गन्ना किसानों से कहा कि हम गन्ना किसानों को एक और परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थायी उपाय भी कर रहे हैं।

हमारे गन्ना किसानों के सामने एक ऐसी समस्या होती है कि चीनी की कीमतें कम हो, या फिर चीनी मिलें बंद हो तो गन्ना किसान परेशान हो जाता है। पीएम मोदी ने कहा, ‘दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए, तो भी भारत मे चीनी कारखाने चीनी की पैदावार से डरते हैं,कारखाने बंद करते हैं, गन्ना किसान को परेशानी होती है। इस चुनौती से निपटने के लिए हमारी सरकार एक बड़े विजन के साथ स्थायी उपाय के रास्ते पर इस पूरे क्षेत्र को ले जाने के लिए काम कर रही है।’

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अब गन्ने से सिर्फ चीनी बनें ऐसा ही नहीं बल्कि अब गन्ने से जब जरूरत पड़ेगी तब चीनी बनाएंगे, जब जरूरत पड़ेगी तब इथेनॉल बनाएंगे। लेकिन गन्ना किसान को परेशानी नहीं होने देंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि कानून व्यवस्था सुधरने पर यूपी में, निवेशकों में एक बार फिर औद्योगिक विकास का विश्वास आया है। भाजपा सरकार यूपी के हर जिले, हर क्षेत्र की ताकत, वहां की विशेषता को पहचानकर, उसे बढ़ाने में जुटी है। इसी सोच के साथ वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना शुरू की गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये गन्ना किसान को लाभ भी दे रहा है और उनकी आर्थिक व्यवस्था को एक सुरक्षा भी देता है। मुझे खुशी है, योगी जी ने ताबड़तोड़ इस काम में मेरी मदद की और भारत सरकार जो मिशन लेकर चल रही थी योगी जी कंधे से कंधा मिलाकर मेरे साथ चले। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने कम समय में यूपी को 12 हजार करोड़ रुपये गन्ने से बने इथेनॉल से मिले हैं।

जो उत्तर प्रदेश के काम आ रहे हैं, गन्ना किसान को सुरक्षा दे रहे हैं। मेरे गन्ना किसान भाइयों मेरे शब्द लिखकर रखिये, आने वाले दिनों में ये मामला 12 हजार करोड़ पर अटकने वाला नहीं है, ये राशि और बढ़ने वाली है। इससे गन्ना किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी और उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान निकलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं इन दिनों देख रहा हूं कि घोर परिवारवादी पूरी पार्टी जनता से लगातार खोखले वादे किए जा रहे हैं। वो इसी सोच पर चल रहे हैं कि उनको मालूम है कि यूपी की जनता इनके पुराने कारनामों को याद करके फिर से कभी उनको घुसने देने वाली नहीं है। उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको नकार दिया है।

पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने शहरो को 22 घंटे और गांवों को 20 घंटे बजली देने की बात कही थी, ऐसे वादे किए थे। लेकिन उन्होंने ऐसा पूरे उत्तर प्रदेश में नहीं किया, उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा और अपने परिवार के जिले में किया। परिवारवादी सोच बिजली में भी वहीं पर अटक गई।