भारत से डरा पाकिस्तान, करने लगा ये काम

पाकिस्तान को 27 एक्शन प्लान पर काम करने का सुझाव दिया हुआ है। उनमें से पाकिस्तान केवल 14 एक्शन प्लान पर ही काम कर सका है। 13 एक्शन प्लान पर अभी कोई काम नहीं हुआ है। पाकिस्तान के पास अब सिर्फ तीन महीने हैं.

 

कुरैशी ने कहा कि ग्रे लिस्ट से व्हाइट लिस्ट में पाकिस्तान को लाने के  लिए एंटी मनी लाॅंड्रिंग/ कोम्बैटिंग दि फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म कानून को और असरदार बनाना ही होगा।

भारत के ख़ौफ़ का जिक्र करते हुए कुरैशी  ने कहा ‘‘ भारत हमें ब्लैक लिस्ट में डलवाने का लगातार प्रयास कर रहा है। यदि ऐसा हो गया तो इसका असर क्या होगा, यह मुझसे ज्यादा आप जानते हैं।’’

एफएटीएफ की अगली बैठक इसी साल अक्टूबर में होने वाली है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह  महमूद कुरैशी ने 25 जुलाई को मुल्तान में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि एफएटीएफ के सुझाए एक्शन प्लान को लागू करने के लिए 8 नये विधेयक लाने की तैयारी की जा रही है, ताकि आतंकवादियों को मनी लाॅड्रिंग के जरिए मिल रही आर्थिक सहायता को पूरी तरह रोकी जा सके।

एक्शन प्लान पर काम करके दिखाना है।पाकिस्तान इन दिनों फ़ाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी एफएटीएफ के सुझाए एक्शन प्लान को लागू करने  में तेजी से जुट गया है।
पाकिस्तान को डर है कि यदि इस बार आतंकवादियों को दी जा रही सहायता को रोकने में विफल रहता है तो भारत उसे ब्लैक लिस्ट में डलवा सकता है। अभी एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखा है।