उज्ज्वला स्कीम को लेकर प्रियंका गांधी ने दिया ये बड़ा बयान , गरीबों को मिले…

बता दें कि इस स्कीम के पहले चरण में अब तक करीब 8 करोड़ गरीब महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इस योजना के पहले राउंड की शुरुआत भी पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के ही बलिया जिले से 2016 में की थी।

इसके बाद 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में इसका असर देखने को मिला था। 2017 के चुनाव में बीजेपी बड़े बहुमत के साथ यूपी की सत्ता में आई थी और इसके पीछे पीएम किसान सम्मान निधि योजना और उज्ज्वला स्कीम को भी एक फैक्टर माना गया था। अब उज्ज्वला स्कीम के दूसरे राउंड को लेकर एक बार फिर से विपक्ष का कहना है कि यह चुनावों के मद्देनजर किया जा रहा है।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘उज्ज्वला में मिले 90 प्रतिशत सिलेंडर धूल खा रहे हैं और महिलाएं चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं क्योंकि भाजपा सरकार ने सिलेंडर के दाम 7 सालों में दुगने और सब्सिडी न के बराबर कर दी है।’

प्रियंका गांधी ने कहा, ‘अगर उज्ज्वला को लेकर सरकार जरा भी ईमानदार है तो गरीबों को सब्सिडी दे और महंगाई कम करे।’ प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के दूसरे चरण की शुरुआत की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महोबा जिले में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने उज्ज्वला योजना-दो के 10 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में मोदी ने उज्ज्वला योजना के पहले चरण के पांच लाभार्थियों से बातचीत भी की थी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना को लेकर निशाना साधा है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने दावा किया है कि इस स्कीम के तहत गरीब परिवारों को मिले 90 फीसदी सिलेंडर धूल खा रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से यूपी के महोबा में मंगलवार को इस स्कीम के दूसरे चरण की शुरुआत के बाद यह प्रियंका गांधी ने यह बात कही है। प्रियंका गांधी ने कहा कि उज्ज्वला के तहत मिले 90 प्रतिशत सिलेंडर धूल खा रहे हैं और महिलाएं चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि इसकी वजह यह है कि सिलेंडर के दाम दोगुने हो गए हैं और सब्सिडी नहीं दी जा रही है।