अगले वर्ष ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T20 दुनिया कप की तैयारियों के मद्देनजर टीम इंडिया अनुभवी खिलाड़ियों की स्थान युवाओं को मौका दे रही है.
अब तक कई T20 मैच खेले जा चुके हैं, लेकिन हिंदुस्तान की 15 सदस्यीय टीम में एक नाम जो युवा गेंदबाज के तौर पर तय है वह तेज गेंदबाज दीपक चाहर का नाम है.
रविवार को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में जब बांग्लादेशी बल्लेबाजों के लगातार आक्रामक खेल के बाद कैप्टन रोहित शर्मा के सिर पर अपनी कप्तानी में पहली सीरीज हारने का भय सता रहा था. उनके चेहरे पर शिकन साफ थी. आइपीएल में सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाले कैप्टन रोहित को उस समय उनकी सबसे बड़ी विरोधी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के सबसे सफल गेंदबाज चाहर का सहारा मिला.
दीपक चाहर ने अकेले दम पर ही बांग्लादेशी बल्लेबाजों को अपनी स्विंग की करामात दिखाकर भारतीय टीम को 30 रनों से जीत दिला दी. भारतीय टीम ने मिडिल ऑर्डर बैट्समैन श्रेयस अय्यर (62) व केएल राहुल (52) की पारियों के दम पर 20 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 174 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 19.2 ओवर में 144 रनों पर समेट कर मैच व सीरीज दोनों अपने नाम कर ली.
स्विंग के सौदागर दीपक का कमाल
175 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश के शुरुआती क्रम को स्विंग के नए सौदागर दीपक चाहर ने नेस्तोनाबूत कर दिया. चाहर ने शुरुआती तीन ओवर के अंदर ही लिटन दास (09) व सौम्य सरकार (00) के विकेट निकालकर अतिथि टीम को कठिन में डाल दिया. इसके बाद मुहम्मद मिथुन (27) व मुहम्मद नईम (81) की जोड़ी खतरनाक दिख होती दिखी. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 98 रनों की साझेदारी करके बांग्लादेश की मैच में वापसी करा दी.
मेजबान टीम दिल्ली की पराजय को भूली नहीं थी, जहां अनुभवी बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम ने कमाल की बल्लेबाजी करके मैच जिताया था, लेकिन नागपुर में युवा ऑलराउंडर शिवम दुबे ने उन्हें पहली ही गेंद पर पवेलियन भेजकर अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय विकेट लिया. इसके बाद अपने अगले ही ओवर में दुबे ने खतरनाक दिख रहे बल्लेबाज नईम व अफिफ हुसैन को आउट करके बांग्लादेश की जीत की उम्मीदें समाप्त कर दी.
रोहित शर्मा हुए फ्लॉप
रोहित के आउट होने के बाद पूरा दारोमदार शिखर धवन (19) व राहुल पर था. धवन को दिल्ली व राजकोट में खेले गए पहले दो टी-20 मुकाबलों में धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी थी. इस बार भी दिल्ली के बल्लेबाज धवन रनों की गति को नहीं सुधार सके. धवन 16 गेंद में सिर्फ 19 रन बना सके व शैफुल की गेंद पर सीमा पार भेजने के चक्कर में कैच आउट हो गए.
पंत का क्या करें?
अब टीम प्रबंधन समेत पूरी टीम के जहन में यह सवाल घर कर गया है कि आखिर रिषभ पंत (06) का क्या किया जाए. टेस्ट में तो पंत को बेंच पर बैठा दिया गया है, लेकिन टी-20 में उनके आक्रामक खेल को देखते हुए एक बार फिर इस सीरीज में उन्हें संजू सैमसन पर तरजीह दी गई. नतीजा एक बार फिर यही रहा कि वह दबाव में खुद को संभाल नहीं सके.
श्रेयस ने पक्की की टीम में जगह
रविवार के मुकाबले में जिस खिलाड़ी ने बल्लेबाजी में छाप छोड़ी, वह अय्यर ही थे. अय्यर ने अपने घरेलू क्रिकेट के अनुभव का प्रयोग करते हुए खूब रन बटोरे. अफिफ हुसैन के पहले ओवर में उन्होंने लगातार तीन छक्के जड़कर यह साबित भी कर दिया कि आगामी टी-20 दुनिया कप में वह टीम के लिए सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बनने जा रहे हैं.
दाएं बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने मात्र 33 गेंद में तीन चौके व पांच छक्कों की मदद से 62 रनों की शानदार पारी खेली व टीम के स्कोर को 150 के पार पहुंचाने में अहम किरदार निभाई. यह उनके टी-20 करियर का पहला अर्धशतक भी रहा. हालांकि अय्यर सौम्य सरकार की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में पवेलियन लौट गए.
पांडे ने बड़ा स्कोर दिलाया
सीरीज का पहला मुकाबला खेल रहे कर्नाटक के अनुभवी बल्लेबाज मनीष पांडे ने मिले मौके को भुनाते हुए स्लॉग ओवरों में दमदार शॉट खेले. मात्र 13 गेंद में नाबाद 22 रन बनाने वाले मनीष पांडेने अपनी पारी में तीन चौके लगाए. शिवम दुबे के साथ उन्होंने पारी को अंजाम तक पहुंचाया.
अच्छे गेंदबाजों की कमी
जसप्रीत बुमराह व भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में केवल दीपक चाहर ही तेज गेंदबाज के रूप में उभर कर सामने आए हैं. खलील अहमद इस सीरीज में भी फ्लॉप साबित रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भुवी व बुमराह के लौटने के बाद इन सभी गेंदबाजों पर भरोसा किया जाएगा या फिर दीपक चाहर इन गेंदबाजों का साथ देंगे.